कोरोना तुझको जाना होगा!
ये कोरोना कहां से आया? इसने हमको खुब सताया।
कहीं भी आना जाना छुडवाया, बाहर का पीना-खाना छुडवाया।
यार – दोस्त सब हुए पराये, किसको कितना फोन लगाये ?
अकेले – अकेले बर्थडे मनाये, टीवी से कितना दिल बहलाए ?
स्कूल ग्राउण्ड की याद सताये,
नानी का आँगन हमें बुलाये।
अब हम तुझसे नहीं डरेंगे, अब हम ये सब नहीं सहेंगें ।
कोरोना तुझको जाना होगा, खुशियों को अब आना होगा ।
मास्क हम लगाएंगे, सोशल डिसटेंसिंग निभाएंगे।
वैक्सीन लगवाकर, भारत को कोरोना मुक्त बनायेंगे।
बहुत सुंदर प्रस्तुति
हार्दिक आभार
अतिसुंदर रचना
धन्यवाद
संसार में हर चीज़ के अंत होना निश्चित है।
शिक्षाप्रदकविता
हार्दिक धन्यवाद।