Categories: शेर-ओ-शायरी
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nice
Tq
Nice lines
Thanks
मन में उठ रहे जज्बात, ठेस मिलने पर उपजी संवेदना, परिलक्षित हो रही है। भाव और लय का सुन्दर तारतम्य है।
बहुत खूब लिखा है प्रज्ञा जी
Apki taarif me dam h
खिन्न हृदय के जज्बातों को बहुत ही खूबसूरती और लय बद्ध तरीके से बयां किया है, कवियित्री ने लेखनी में दम है भई ।
बहुत बहुत आभार
सरल शब्दों में जीवन की पूर्णबंदी को उजागर करना
सिर्फ आपसे ही ग्रहण किया जा सकता है
Thanks
आपकी समीक्षा मुझे बेहद पसंद है