चाय की तरह

मैंने कोई मौसम नहीं देखा !
मैंने तुम्हें चाहा है चाय की तरह !!

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जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

अपहरण

” अपहरण “हाथों में तख्ती, गाड़ी पर लाउडस्पीकर, हट्टे -कट्टे, मोटे -पतले, नर- नारी, नौजवानों- बूढ़े लोगों  की भीड़, कुछ पैदल और कुछ दो पहिया वाहन…

Responses

  1. चीनी का ख्याल रहे नहीं तो शुगर रोग हो जाएगा
    चीनी डालने का ख्याल रहे नहीं तो स्वाद बिगड़ जाएगा

    अति सुंदर लेखनी

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