बेटी घर की शान है

बेटी घर की शान है, बेटी है अभिमान,
बेटी का सम्मान कर, कहना मेरा मान,
कहना मेरा मान, उसे भी पढ़ा-लिखा तू,
अवसर देकर आज, उसे भी खूब बढ़ा तू,
कहे लेखनी मान, उसे खुशियों की पेटी,
आशा की है किरण, उसे कहते हैं बेटी।

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Responses

  1. कहे लेखनी मान, उसे खुशियों की पेटी,
    आशा की है किरण, उसे कहते हैं बेटी।
    ******बेटी पर आधारित आपकी बहुत सुंदर रचना है,बहुत ही सुन्दर विचार और भाव लिए हुए छंद बद्ध शैली में उच्च स्तरीय रचना, वाह

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