Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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शायरी संग्रह भाग 2 ।।
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बिल्कुल सच प्रज्ञा जी
देर से सही पर सबको समझ आता है
जो है पास उसी से सच्चा नाता है
मुझे पता ही नहीं था कि इस पर आपकी टिप्पणी मिलेगी..
धन्यवाद मैं बहुत खुश हूँ
बिल्कुल सत्य प्रज्ञा जी
Thanks
Very true lines pragya.
Thanks