मेरा खोंटा सिक्का…!!

दुनिया में हर तरीके के लोगों से
मिलने के बाद
दर-दर की ठोकरें खाने के बाद
सभी के प्यार को आजमाकर
गैरों से दिल पर चोट खाकर
समझ आ गया मुझको,
निरमोही है पर सच्चा है
‘मेरा खोंटा सिक्का’ ही
सबसे ही सबसे अच्छा है !!

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Responses

  1. बिल्कुल सच प्रज्ञा जी
    देर से सही पर सबको समझ आता है
    जो है पास उसी से सच्चा नाता है

    1. मुझे पता ही नहीं था कि इस पर आपकी टिप्पणी मिलेगी..
      धन्यवाद मैं बहुत खुश हूँ

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