वजूद मुझे दे दो

तुम्हारे हैं कहो इक दिन
कहो इक दिन
कि जो कुछ भी हमारे पास है सब कुछ तुम्हारा है
कहो इक दिन
जिसे तुम चाँद सा कहते हो वो चेहरा तुम्हारा था
सितारा सी जिन्हें कहते हो वो आँखें तुम्हारी हैं
जिन्हें तुम शाख़ सी कहते हो वो बाँहें तुम्हारी हैं
कबूतर तोलते हैं पर तो परवाज़ें तुम्हारी हैं
जिन्हें तुम फूल सी कहते हो वो बातें तुम्हारी हैं
क़यामत सी जिन्हें कहते हो रफ़्तारें तुम्हारी हैं
कहो इक दिन
कहो इक दिन
कि जो कुछ भी हमारे पास है सब कुछ तुम्हारा है
अगर सब कुछ ये मेरा है तो सब कुछ बख़्श दो इक दिन
वजूद अपना मुझे दे दो मोहब्बत बख़्श दो इक दिन
मिरे होंटों पे अपने होंट रख कर रूह मेरी खींच लो इक दिन

Related Articles

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

Responses

  1. जिन्हें तुम फूल सी कहते हो वो बातें तुम्हारी हैं
    क़यामत सी जिन्हें कहते हो रफ़्तारें तुम्हारी हैं
    कहो इक दिन
    ________ कवि नूरी जी की बहुत ही स्नेहिल रचना बहुत सुंदर अभिव्यक्ति….. होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं

  2. तुम्हारे हैं कहो इक दिन
    कहो इक दिन
    कि जो कुछ भी हमारे पास है सब कुछ तुम्हारा है
    कहो इक दिन
    जिसे तुम चाँद सा कहते हो वो चेहरा तुम्हारा था।।
    ——
    सुंदर भावाभिव्यक्ति

+

New Report

Close