Kht pyar bhra

ख़त कोई प्यार भरा लिख देना मशवरा लिखना दुआ लिख देना कोई दीवार-ए-शिकस्ता ही सही उस पे तुम नाम मिरा लिख देना कितना सादा था…

वजूद

लफ़्ज़ों की कमी थी आज शायद या रूह में होने वाले एहसास की 💐💐💐💐💐💐💐💐 नही पता मुझको कहानी तेरी शायद बस इतना जानती हूं कि…

इबादत

खुद पर न कर गरूर इतना   खुदा भी नाराज़ हो जाएगा इबादत है इश्क़ तो रब की   की जो इबादत तो रब भी…

एहसास

लब कहे या न कहे     दिल यही कहता है मेरे दिल मे बस तू ही रहता है दर्द बढे या दर्द घटे      बस…

New Report

Close