वादा

आंखों में नमी है,मगर रोती नहीं हूं मैं,
किसी से किया हुआ,एक वादा पुराना याद आया।

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Responses

  1. रो लो दिल भी हल्का हो जाएगा,
    वादा भी पक्का हो जाएगा|
    नम रहने दो आंखों को,
    वह आएगा तो सब हिसाब हो जाएगा||
    👌✍✍✍✍✍✍✍✍
    गीता जी आप सब गागर में सागर भरने का काम करती है
    कुछ लाइनों में सब कुछ कह देना बहुत बड़ी कला है

  2. ऋषि जी आपकी चंद पंक्तियों ने मुस्कान ही ला दी है।🙏
    आभार सहित धन्यवाद

  3. खूबसूरत समीक्षा के लिए बहुत बहुत शुक्रिया आपका।🙏
    आपकी प्रेरक समीक्षाएं ऊर्जा प्रदान करती हैं।

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