तुमको रक्त चढ़ाया है

August 6, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता

मातृभूमी पर दिल करता है
हो जाऊं कुर्बान
बना रहे ये प्यारा झंडा
भारतवर्ष की शान

देश के कितने ही भक्तों ने
तुमको रक्त चढ़ाया है
तब जाकर ये प्यारा झंडा
लालकिला लहराया है
आज है फिर वो दिन आया
हो इसका गुणगान
बना रहे ये प्यारा झंडा
भारतवर्ष की शान

इस झंडे की ओर जो देखे
दुश्मन गन्दी दृष्टी से
कसम है भारत माता की वो
रह न पाये सृष्टी पे
तीन रंग के इस झंडे में
कितनो का बलिदान
बना रहे ये प्यारा झंडा
भारतवर्ष की शान

गद्दारों से देश मुख्त हो
ये सौगंध उठाते हैं
सेना की वर्दी में तेरे
बेटे दौड़े आते है
सबसे पहले तेरे रक्षा
तू मेरा अभिमान
बना रहे ये प्यारा झंडा
भारतवर्ष की शान@KAAP