Geeta kumari
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Satish Pandey wrote a new post, सत्य को भूलना मत 1 month, 2 weeks ago
खिलौना मत समझना
किसी धनहीन को तुम
मन चले तोड़ दिया
मन चले जोड़ लिया।
भूख पर वार करके
दबाना मत उसे तुम,
दिखाकर लोभ-लिप्सा
दबाना मत उसे तुम।
सरल, कोमल व भोला
मुफलिसी का हृदय है,
दिखाकर शान अपनी […] -
Pragya Shukla wrote a new post, दहेज प्रथा एक अभिशाप 3 months ago
दहेज प्रथा एक अभिशाप
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बूढ़ा बाप अपनी पगड़ी तक निकालकर
दे देता है और
माँ अपने कलेजे का टुकड़ा
पर फिर भी नहीं भरता
लोभियों का मन
जाने क्या लेना चाहे वो ?
समझते क्यों नहीं इस बात को […] -
red hot mirchi commented on the post, माखन खाते पकड़े गए कन्हाई 6 months, 3 weeks ago
Very nice poem
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Pragya Shukla posted an update in the group
हिंदी कवितायें 7 months ago
❤ शुभ रक्षाबंधन❤
आप सभी को प्रज्ञा की तरफ से
रक्षाबंधन की बहुत-बहुत बधाई🙏🙏🙏
“संपदा देखकर तुम मनुज को तोलना मत।..
धन नहीं मन का मानक सदा यह भान रखना।”
कभी भी किसी की धन संपदा देखकर प्रभावित नहीं होना चाहिए, वरन् उसका व्यवहार देखकर प्रभावित होना चाहिए, इसी उच्च स्तरीय सोच को प्रस्तुत करती हुई उत्कृष्ट कथ्य और सुन्दर शिल्प लिए हुए कवि सतीश जी की बहुत उत्तम रचना,उम्दा लेखन
अतिसुंदर भाव