Shikva
है लाख सितम ढाहे, ऐ जिंदगी,
शिकवा करूं मैं किससे किससे,
मिलता नहीं सभी को जन्नत,
सुख दुख दो पहलू हैं जिंदगी के,
है आरजू पाने की जन्नत
तो पार कर लेते हैं आग का दरिया,
न कर भरोसा नसीब का,
जाने कब किसी को दे देती है धोखा,
मेहनत ही सच्चा साथी है
जो हर पल निभाता साथ है तेरा,
मिल जाती है अपनी मंजिल,
गर मेहनत हो सच्चा सच्चा |
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Pt, vinay shastri 'vinaychand' - December 14, 2019, 8:21 pm
Nice
Poonam singh - December 14, 2019, 11:22 pm
Thanks
Abhishek kumar - December 14, 2019, 8:27 pm
सुन्दर रचना
Poonam singh - December 14, 2019, 11:22 pm
Thanks
Amod Kumar Ray - December 15, 2019, 4:08 am
गजब
Poonam singh - December 15, 2019, 9:51 am
Thanks
Abhishek kumar - December 15, 2019, 1:29 pm
Good
Poonam singh - December 16, 2019, 2:36 pm
Thanks
देवेश साखरे 'देव' - December 15, 2019, 6:22 pm
Nice
Poonam singh - December 16, 2019, 2:36 pm
Thanks
Pragya Shukla - December 16, 2019, 2:52 pm
Sundar
Anil Mishra Prahari - December 19, 2019, 11:56 am
बहुत सुन्दर रचना।