Categories: शेर-ओ-शायरी
Ankit Bhadouria
A CA student by studies, A poet by passion, A teacher by hobby and a guide by nature. Simply I am, what I am !!
:- "AkS"
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व्यंग्य —- पूंछ पुराण
व्यंग्य …………………………………… ****** पूंछ— पुराण (समग्र)****** कभी देखा है ;आपने , ऐसा कुत्ता ! जो ; देखने में हो छोटा–सा मगर;पूंछ उसकी लंबी हो यानि…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
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Koi nahi rahata ghar me, sab chale gaye dheere dheere
ab to aksar, aaine se hi baate hoti he
bht khoob…..shukriya panna ji…..nice 1
Bdiaa… lajvab …. bhaiya
thaaaaaanq uuuuu dear !!