Categories: शेर-ओ-शायरी
Tags: संपादक की पसंद
Related Articles
तुम महज एक तस्वीर हो
तुम महज एक तस्वीर हो मैं जानता हूँ कि, तुम महज इक तस्वीर हो ओर उससे आगे कुछ भी नहीं मगर दिल ये कहता है…
प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…
नज़र ..
प्रेम होता दिलों से है फंसती नज़र , एक तुम्हारी नज़र , एक हमारी नज़र, जब तुम आई नज़र , जब मैं आया नज़र, फिर…
किरदार कितने है
किरदार कितने है हर कोई पहनता एक वेशभूषा एक नए वार्ता के साथ नई जिम्मेदारियां हर रोज़ पर अब भी सवाल इतने है की किरदार…
ख़त
यादों की गलियाँ सजी हैं, कुछ झालरें,पुराने दिनों की लगीं हैं, कुछ रंगी से दिन हैं बिछे, कुछ रेशमी रातों के पीछे। मेरी खिङकी के…
वाह इस बार तो आप ही सर्वश्रेष्ठ कवि बनेगे
आपने इतना कहकर ही मुझे श्रेष्ठ और विशिष्ट बना दिया बहुत बहुत आभार आपका
कहना पड़ा क्योंकि यूँ तो मैं किसी की तारीफ़ करती नहीं
बस जब लगता है तभी करती हूँ
यह मेरे विचार हैं
सावन का फैसला कुछ भी हो सकता है।
Thank you sir
NICE
Thank You
बहुत ही बेहतरीन
मैं भी प्रज्ञा जी के विचारों से सहमत हूं बहुत ही सराहनीय है आपका लेखन कार्य।
बहुत बहुत आभार आपका
बहुत खूब
शुक्रिया
Atisunder
शुक्रिया