by Neha

इश्क़ अधूरा है क्यों अब तलक हमारा

December 6, 2019 in मुक्तक

इश्क़ अधूरा है क्यों अब तलक हमारा

उजालों को नफरत है क्यों, फैला है अँधेरा

इश्क़ में जलकर, चलो चांदनी रात करें

आओ हम मोहब्बत क़ी बात करें

by Neha

पानी की बूंदे

December 1, 2019 in शेर-ओ-शायरी

साखों पे पानी की बूंदे कहां ठहरती है
छोड़ जाती है साखों को सूखा अक्सर

by Neha

कैसे बयां करें अपनी दास्ता

November 25, 2018 in शेर-ओ-शायरी

कोई लफ़्जों में कैसे बयां करें अपनी दास्ता
दर्द हर लफ़्ज के साथ गहराता जाता है

by Neha

स्वच्छ भारत

March 6, 2018 in हिन्दी-उर्दू कविता

गंदगी से हमें नाता तोड़ना होगा
स्वच्छ से अब रिश्ता जोड़्ना होगा
हो गयी बहुत खातिरदारी अब गंदगी की
आ इसको दरवाजा हमें दिखाना होगा|

भारत की पहचान स्वच्छता से हो
यही संकल्प हमें अब लेना होगा
हो गया है आगाज अब देश में
इसे अब अंजाम तक ले जाना होगा

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