घूस

October 18, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता

लिखते तो हम बहुत थे
मगर आज कलम चिगती ही नहीं
बोलती है जरा सी घूस तो दो
तो दो लफ़्ज लिख दूंगी|

गर्मी के हालात में बिजली करे बहाने

May 18, 2016 in शेर-ओ-शायरी

गर्मी के हालात में लाइट (बिजली) करे बहाने

 

लाइट भी अब बहाने मारकर जाने लगी है

गर्लफ़्रेंड की तरह तड़पाने लगी है

करती है हर रोज मिलने का वादा

हर रात बस सपनों में आने लगी है

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