baagi
चाह छोटी है.
May 3, 2016 in Other
अमीरी है तो जन्नत है
गरीबी है तो जिल्लत है,
वहाँ भी मौत देखी है जहाँ
पग -पग मे दौलत है,
हवेली है बडी़ फिर भी
अकेलेपन से मरते हो,
हमे दो चैन से सोने हमें
सडको की आदत है,|
(✍?बागी✍?)
तुम रहो तो,
May 3, 2016 in गीत
आज कुछ हुआ है मेरे सनम को,-२
पास आके कहती है भुल जाओ हम को, आज कुछ हुआ.•••••
यु नदी बन मुझे दुर तक बहाया
लहरो मे अपनी मुझको मिलाया ,
अब यू किनारो पे ला के न छोडो,
पास इतने आके तुम मुहँ न मोडो
कैसे बतायेंगे हम अपने गम को,
आज कुछ हुआ है.••••••••••
चांदनी है राते और आंखे नम है,
कैसा इन उजालो का मुझपे सितम है,
हम इन सितारो से कहकर के रोये,
सनम तेरे आने का अब भी भरम है,
तोड कैसे पाऊंगा झुठे भरम को. आज कुछ हुआ हेेै •••••••••• (बागी)