“शौक-ए-दीदार” #2Liner-59……

ღღ__इबादतगाह भी जाऊं तो, तुझे ही ढूँढती हैं नज़रें;
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शौक-ए-दीदार ने तेरे, मुझे काफ़िर बना दिया !!…..#अक्स
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