“सिल-सिला” #2Liner-66…….

ღღ__मोहब्बत थी तुझसे ही, तुझसे ही हर गिला रहा;
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उम्र-ए-शब-ए-रोज़ का, बस यही सिल-सिला रहा !!……‪#‎अक्स

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