पर्दाफाश
क्या अपराधी मार देने से इन्साफ हो गया। आज क्या शह देने वालों का पर्दाफ़ाश हो गया। »
मर गया आज एक और रावण मगर रामराज़्य की कोई उम्मीद नहीं जब शह देने वाले जीवित हैं तो गुंडाराज खत्म होने की कोई उम्मीद नहीं। »
आया ‘कोरोना वायरस’ सबसे ज्यादा हम बेहाल हुये। सच कहता हूँ हम मजदूरों के बहुत ही बुरे हाल हुये। छूटा रोजगार तो, दाल रोटी के लाले हो गये। मकान मालिक भी किराये के, तलाशी हो गये। हम मजदूर,मजबूर, बेबस व लाचार बन गये। उठा झोला परिवार संग, घर की ओर चल दिये। न ट्रेन,न ही मोटरकार, और न ही कोई बस मिली। पैदल ही चले क्योंकि न, कोई और आशा दिखी। हम गिरे,गिरकर फिर उठे, चल दिये,चलते गये। खुद रोये,खुद ... »
बदरी घिरि आई ए हो पिया! रिमझिम बरसत छम से बदरिया »
आजाद फिज़ाओ में बस है एक ही नाम बाँके बिहारी राधे राधे श्याम »
गूंजती फ़िजाओ में रंग कितनें बिखरे हैं और रेशम के धागे भी उलझे हैं, कितनी मशरूफ है ज़िन्दगी अपनी हम भी उलझे हैं वो भी उलझे हैं । »
कुछ देर में सारा खेल खत्म हो जाएगा क्योंकि तेरी नफरत भी खत्म हो जाएगी और मेरा प्यार भी खत्म हो जाएगा मेरी आखरी सांस बची है कम से कम अब तो तू इश्क का इजहार कर ले और अपनी नफरत दूर कर ले। »
सब पूछते हैं मेरा हाल कैसा है मैं क्या जवाब दूं तेरा नाम बदनाम हो जाएगा क्योंकि तूने ही तो मुझे बर्बाद किया। »
गाय की सेवा करना हमारा परम कर्तव्य है उसमें हजारों देवताओं का वास होता है और गाय का मांस खाना बहुत ही बड़ा पाप है तो गाय की सेवा करें क्योंकि वही है जो बिना कुछ लिए हमें देती है »
दो जून की रोटी कमाने निकला था ंमजदूर घर वापस आया तो दर्द के सिवा कुछ नहीं था । »
कोरोना का संकट खत्म नहीं हो रहा है और लॉक डाउन खत्म हो गया है अब तो तू ही एक सहारा है हे रघुनंदन! »
डूब जाना तो आसान है मगर डूब कर पार होना बड़ा मुश्किल । »
मोहलत कम दी है खुदा ने तुझे मनाने की पर तुझे तो आदत है बिन वजह रूठ जाने की । »
गिले शिकवे मत करो आज मोहब्बत का इरादा है तेरा इश्क भी कम है मेरा दर्द ज़्यादा है »
गिले शिकवे मत करो आज मोहब्बत का इरादा है तेरा इश्क भी कम है मेरा दर्द ज़्यादा है »
अफसोस नहीं होता है मुझे तेरे दूर जाने का मै तो शुक्र गुजार हू तेरे बेवफ़ा हो जाने का »
सोचता हूँ मैं कि कब आयेगी बहार बगिया में? कब महकेंगे सुगंधित सुमन दिल के आँगन में? »
गमे-फुर्सत जब से मिली बड़ा बेफिक्र सा रहता हूं, अब तो जहान बड़ा खूबसूरत लगता है और अनगिनत ख्वाबों को सच करता रहता हूं। »
किसकी की किस्मत है जो बस खुशियां ही खुशियां पाए खुशी और गम तो धूप और छांव की तरह जिंदगी के हर कदम पर आते जाते ही रहते हैं आज खुशी है तो कल गम का अंधेरा भी छाएगा। »
अकेला होता है जहान में हर कोई बस रिश्तो के झमेले होते हैं जिंदगी गुजारने को कुछ ख्वाब ही जरूरी होते हैं »
तुम्हें तो कोई फिक्र ही नहीं बेपरवाह घूमते हो यहां दिन-रात गुजरते हैं बस तुम्हारी फिक्र में »