लाकडाउन 4.00
आत्मनिर्भर बना स्वावलंबी बनो लाकडाउन 4.00 का यही है मंत्र मास्क लगा घर से निकलो हाथों को हरदम स्वच्छ रखो अपने पैरों पर खड़े होकर…
आत्मनिर्भर बना स्वावलंबी बनो लाकडाउन 4.00 का यही है मंत्र मास्क लगा घर से निकलो हाथों को हरदम स्वच्छ रखो अपने पैरों पर खड़े होकर…
रंग बदलती दुनिया में बेरंग पड़ा है सबका जीवन फूलों से थोड़ा रंग चुरा कर तितली से थोड़ा रंग चुरा कर भर लो अपने जीवन…
जीवन चलता है चलता रहेगा कल घुटनों के बल चलते थे आज पैरों पर खड़े हैं
कसम दे देकर बर्बाद किया तुमने जहर की बात तुम ना करो तो अच्छा है
गीत मुस्कुरा के गाता हूं जाने क्यों ग़ज़ल लिखने में आंख भर आती है
दूरियां बनाने से कुछ नहीं मिलता रिश्ते नज़दीकियों से ही चलते हैं
कब से जाम लिये बैठा हूँ नजरों से पिलाने वाले कहाँ गए
किरदार निभा रहा हूँ अपना नया भारत हूँ मैं और दिल का तिरंगा लहरा रहा हूँ
तूने दूर किया है मुझको अपने साये से मेरी दीवानगी देखो तुझमे ही डूबा रहता हूँ
मैंने जिस दिन से आलिंगन किया तुझे रात दिन खुमार में ही रहता हूँ
फूल की राहों में काँटे बिखरेता है कौन? चांदनी रात में अकेला यहाँ आता है कौन?
किताबें खोल कर देखा नहीं तुमने शायद पुराना बहुत हूँ पर अंदाज़ वही है
बरसों बाद आया हूँ उसी अंदाज़ में वही स्फूर्ति का तूफान लेकर मैं
गज़ल बन जाओ तुम गीत हम बने कुछ तुम कहो तो कुछ हम कहें
जो रोने भी ना दे बन के आँख का आँसू बरसे वो प्यारी माँ होती है
कितनी गंदी हैं तुम्हारे शहर की गलियां। सब कुछ साफ़ रहता था जब हम रहा करते थे।।
गजब का हुनर है लोगो मे सच्चाई को छिपाने का। खुद से ही खुद को खुदा मान बैठे है जमाने का।।
गजब का हुनर है लोगो मे सच्चाई को छिपाने का। खुद से ही खुद को खुदा मान बैठे है जमाने का।।
जाते हुये जनवरी ने जख्म फिर हरे कर दिये। फ़रवरी प्रेम माह ने फिर दामन उम्मीद से भर दिये।।
जब कोई हमसे हँसकर थोड़ा सा बोला देता है, अपने दिल के दरवाजे हल्के से खोल देता है। हम खुशी मे अपने आपको भूल सा…
समय तो समय पर ही समय से चलता रहता है। फ़िक्र कहां है किसी को किसी की…? जमाना तो यूं ही आगे बढ़ता रहता है।
ढ़लती उम्र मे जनवरी को बीते दिसंबर की याद आयी है। आज गुजरे हुये वर्ष की पीर उभर कर सामने आयी है।
न जाने किस मोड़ पर उनसे अब मुलाकात होगी। दोस्तो! बताओ फिर कैसे बीते लम्हों पर बात होगी।।
मेरी कोशिशों को नाकाम करके तुझे क्यो अच्छा लगता है। तेरे जहन मे ये जलन का मुद्दा ही क्यो चलता रहता है।। है हिम्मत गर…
तू आया तो बसन्त है….। तू गया तो बस अन्त है।।
गुजारिश की मैने लाखों दफ़ा रो रोकर उससे दिल ना पसीजा मगर उसका आंखें बंद होने को आयी हैं बहुत रो चुके अब दर छोड़…
कभी आओं फुर्सत मे सब मिलजुलकर एक साथ बैठे, कुछ तुम कहो अपनी और कुछ हाल हम भी पूछे। इस जिन्दगी की आपाधापी मे हम…
जिसने तुमको जन्म दिया,जिसने तुमको प्यार से पाला, बेशर्म!तूने उनको अपने कुकर्मो से कलंकित कर डाला। प्यार किया था,प्रेम विवाह भी तुम कर लेती, चुपचाप…
हम उन्हे और भी ज्यादा चाहने लगे। जब से वो हमे बेवफा नजर आने लगे।।
नींद अक्सर आती नही है रातो मे, मन उलझा रहता है अजीब बातों में। बहुत उधेड़बुन है यार हमारी जिन्दगी मे, आपसे अपना हाल कहते…
नित भाव मन मे उमड़ रहे है किन्तु लेखनी साथ न देती। चहुँओर खुशबू को है बिखरना परन्तु सरल समीर साथ न देती।।
नित भाव मन मे उमड़ रहे है किन्तु लेखनी साथ न देती। खुशबू है चहुँओर बिखरने को तैयार पर ये बेवफा पवन साथ न देती।।
ये ठण्ड है कि बरसात कुछ समझ नही आता, कि मौसम ले रहा है रोज इतनी अंगडाईयां। खुश है कि रूठा हुआ है किसी से,…
उनका प्यार से इनकार करना भी अब तो ऑनलाइन है। अब ये कौन सी डिजिटल इंडिया की नयी गाईडलाईन है।।
प्रभु जी एक वरदान दे दो, कृपा जन मानस पर कर दो। दिये है दो हाथ तो इन्हे काम मिल जाये, खाली पेट न रहे…
तेरे बिना तो अब कही भी जी लगता नही, मोहन तेरे बिना अब वृदावन सजता नही। प्रभू तुम अब अपने भक्त को दर्शन दे दो,…
Dedicated to primary school teachers🙏🙏🙏🙏🙏🙏⚘🌹🌹 शीर्षक:-‘प्राइमरी के मास्टर’ अपने संकल्प,समर्पण से हम संभावनाओ को साकार बनाते है, हम सब मिलकर ही बेसिक शिक्षा का दीप…
मेरी खुशी है वहाँ तक जहाँ तेरी खुशबू फैली है, इन वादियों मे तेरी ही हर जगह रहमत फैली है। अपना आशीर्वाद हम पर बनाये…
स्वागत है वन्दन है नववर्ष का अभिनंदन है। सुख,स्वास्थ्य और समृद्धि प्राप्ति की नव आशायें है। प्रफुल्लित हो मन सबका नव प्रात में शुभकामनाएं है।
मंच भी बदल जायेंगे,किरदार भी बदल जायेंगे, वक्त के साथ चलते रहो,मंजर भी बदल जायेंगे। हमेशा अपनी हिम्मत और हुनर पर भरोसा रखना, जो ठीक…
इश्क मे अब और क्या बाकी रह गया। हमने तो आपसे दिल लगाकर देख लिया।।
पूछो न हाल कृष्णा का… सब कुछ राधे राधे है।
कभी हीर ने मुझे राँझा कहकर पुकारा था, इश्क़ मे मैने खुद को हीरे- सा तराशा था। दुनिया की खातिर वह तो मुझे ठुकरा गये,…
दिल को अपने जलाकर भी इश्क़ करता है। कुल्हड़ ही है जो गर्म चाय पर मरता है।।
तमाशा देखने वाले आ गये, मेरे शहर मे कहां से ये लोग आ गये। सबूत देना होगा सबको अपने मौजूद होने का, आज कुछ अपने…
तमाशा देखने वाले आ गये, मेरे शहर मे कहां से ये लोग आ गये। सबूत देना होगा सबको अपने मौजूद होने का, आज कुछ अपने…
तुम चले जाओगे तो मेरी सांस चली जाएगी दर्द रह जाएगा,आवाज चली जाएगी। ज़िस्म रह जाएगा रूह चली जाएगी ।
हमने बुलाया भी नहीं तो तुम आये भी नहीं ये दिल तो तुम्हारा आशियाना था हमनें रोका भी नहीं तो तुम ठहरे भी नहीं
खामोश सा अफसाना है राज़ कोई गहरा ना जान सके कोई वो चीज़ है तेरी नज़र
वक्त का मारा हूं,हालात का मारा हूं मौत भी आ जाए तो गम नहीं ए दोस्त! मैं तो जिंदगी का मारा हूं
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