अब ना कोई शहीद होगा
अब ना कोई शहीद होगा अब ना कोई सुहाग उजड़ेगा अब न कोई बालक अनाथ होगा अब तो केवल पाक साफ होगा प्रस्तुति – रीता…
अब ना कोई शहीद होगा अब ना कोई सुहाग उजड़ेगा अब न कोई बालक अनाथ होगा अब तो केवल पाक साफ होगा प्रस्तुति – रीता…
यह देश है शेर जवानों का अब तो नाश होगा हैवानों का अब तो सिर्फ हिसाब होगा सत्रह जानों का यहाँ खौल रहा है खून…
अब तो कोई माफी भी न काम करेगी अब तो सिर्फ तुम्हारी मय्यत ही सजेगी काश्मीर की धरती फिर से जन्नत ही बनेगी अब तो…
जब पाक खाक होगा भारत में एक त्योहार और मनाया जायेगा जैसे दशहरा मनाया जाता है रावण का पुतला दहन करके वैसे ही आतंकवाद का…
छप्पन इंची सीना ना जाने कैसे बहत्तर इंची का हो गया वाह मोदी जी वाह ये तो कमाल हो गया सारा देश मोदी जी आपका…
सोये हुए सैनिकों को मारकर तूने किया है बुरा काम वाकई में ना कोई तुझसा नमक हराम अब तो मिट जाएगा दुनिया से तेरा नामोनिशान…
पाक के गद्दारों के लहू से कर दो धरती लाल उसी खून से करना है माँ भारती का श्रंगार तत्पश्चात चिड़ियाघर में भूखे शेरो और…
हम भारतवासी हैं हम सभी धर्मों का आदर करते हैं जो भारत माँ की तरफ आंखों उठायेगा उसका सीना चीर दिया जाएगा जो इन दिलों…
हम हिन्दुस्तानी हैं हिन्दुस्तान हमें जां से ज्यादा प्यारा है हम भारत माता के लाल हैं जो करेगा भारत मां का अपमान उसे आज हमने…
अब तो संभलो नाजुक लड़कियों ये आशिक इतने नादान नहीं पीकर रस ये उड़ जाते हैं धरना इन पर ध्यान नहीं ढूँढे लड़कियों को गलियों…
सावन का महीना आया बादल गरजे डम – डम – डम बिजली कड़की आसमान में पानी बरसा छम – छम – छम मुन्ना की दादी…
तुम कविता का विषय बनो और मैं कविता का रचनाकार चलो इस तरह से रच लेते हैं कुछ कविताएँ दो – चार मौन रहें और…
ताउम्र तलाशती रहती थी आॅखियाॅ जिनको वो ना मिला मुझे पूरे जहान् में जब पलकों को गिराकर ध्यान लगाया श्याम की सलोनी सूरत का फिर…
सुप्रभात ! शुभ दिवस !! आपका दिन मधुर और मंगलमय हो !!! रात को छत पर जाकर देखो.. चांदनी में ज़रा नहा कर देखो ।…
उसके सिर्फ दो बेटियाँ थी दोनों सरकारी स्कूल मैं पढती थी अबकी उन्हें सिर्फ बेटा ही चाहिए था लेकिन फिर से बेटी हो गई अभी…
मेरे घर के पडौस में अभी नई – नई शादी हुई थी । सुनने में आया कि लड़की वाले गरीब हैं । फिर भी बहू…
जहाँ हमें मिलना था वहीं मिलते तो अच्छा था जहाँ दूरियां न होती नजदीकीयां होती वहीं मिलते तो अच्छा था जहाँ फूल खिलते बहारें होती…
अपनी पड़ोसनों को किट्टी पार्टी में जाते जब भी देखती थी मन से कभी आह तो कभी गाली निकलती थी मुझे भी किट्टी पार्टी का…
हम भारत मैं एकता की अखंड जोत जलायेंगै बहकावे में किसी के अब न हम आयेंगे दुख और मुश्किलों से अब ना हम घबरायेंगे रोटी…
माँ तुम राह देखती होगी कि मेरा लाल आयेगा पर सरहद पर जंग इतनी छिड़ी थी कि तेरा लाल नआ पाया वो इतने सारे थे…
चांद और सूरज हमारा है धरती और आसमान हमारा है कश्मीर और अवध हमारा है हिंदुस्तान हमारा है न कुछ रहा जो तुम्हारा है तोप…
अनजानी राहों पर बिन मकसद के मैं चलती हूँ जबसे तुम से जुदा हुई हूँ तनहाईयों में पलती हूँ कब आओगे तुम प्रियवर अब और…
लेखनी को पुष्प चढ़ाकर भाव ह्रदय से सजाकर ज्ञान का भंडार भरकर प्रेम – अश्रु के साज से आज कुछ ऐसा लिखूॅ गीता लिखूॅ कुरान…
एक बार मैं एक फेमस मिठाई की शाॅप में गई चांदीवर्क में लिपटी रंग – बिरंगी चमचमाती मिठाईयां देखकर मेरे मुँह में पानी भर आया…
अनजानी राहों पर बिन मकसद के मैं चलती हूँ जबसे तुम से जुदा हुई हूँ तनहाईयों में पलती हूँ कब आओगे तुम प्रियवर अब और…
वे प्रेम विवाह रचा रहे थे सपने नये सजा रहे थे लड़की थी पढ़ी – लिखी बढ़िया वेतन पाती थी महीने में 60 – 70…
माँ शारदे की इतनी रहमत बरसती है लेखनी भी आपके पास रहने को तरसती है मन के भाव इतने गहरे होते हैं शब्द जैसे माला…
यूँ अरमानों की डोली उठ गई प्यासे नैनों की प्यास बढ़ गई जब देखा तुम्हें दूसरे की बांहों में मेरी तो मय्यत उठ गई ।…
उन्हें जिताना मुझे अच्छा लगता है प्रथम स्थान वही पाये इसलिए उनसे हार जाना मुझे अच्छा लगता है वे तो मेरे बड़े भय्या हैं उनका…
चांद और सूरज हमारा है धरती और आसमान हमारा है कश्मीर और अवध हमारा है हिंदुस्तान हमारा है न कुछ रहा जो तुम्हारा है तोप…
आओ मानव धर्म निभाया जाये अंधकार को दूर भगाया क्षजाये तमसो मा ज्योतिर्मय का दीप जलाय जाये साक्षरता अभियान चलाया जाये आओ दिलों से नफरतों…
मन मेरा कह रहा यह बार – बार है हाथ तेरे समाज की पतवार आबरू बहन – बेटियों की हो रही है तार – तार…
लेखनी को पुष्प चढ़ाकर भाव ह्रदय से सजाकर ज्ञान का भंडार भरकर प्रेम – अश्रु के साज से आज कुछ ऐसा लिखूॅ गीता लिखूॅ कुरान…
नहीं मिलती वो लड़की जिसे मैं ब्याह कर लाया था वो कमसिन सी शरमीली सी जब मैंने उसे पहली बार देखा था आजकल वो जूडो…
देखो फिर से सावन आया। सरोवर में कमल मुस्कराया।। भॅवरों ने गीत गुरगुनाया । कोयल ने की कुहू – कुहू ।। सारा घर आंगन खुशियों…
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