आज़ादी
स्वतंत्रता दिवस काव्य पाठ प्रतियोगिता:-
दृढ़ निश्चय लेके निकले
मुसीबत को निकाला जड़ से उखाड़
ये देश भक्त हुए दुनिया में विख्यात
जब लहू से लिखा इन वीरो ने भारत माँ का नाम
करने आये थे व्यापार
और कर रहे थे देश को बर्बाद
देश के वीरो ने किया
इन अंग्रेज़ो से हमे आज़ाद
कठिन था हराना
मजबूत थे जज्बात
अंग्रेज़ो पे फ़तेह पाकर
इस देश को किया आबाद
मुसीबत की लेहरो को
अपने जोश से मोड़ दिया
जिस घमंड से आये थे अंग्रेज़
उस घमंड को भी भारत के वीरो ने तोड़ दिया
गाँधी ,नेहरु ,पटेल , सुभाष ने
इस देश को आज़ादी दिलाई
भगत , राजगुरु और , सुखदेव की
क़ुरबानी से हर देशवासी की आँखे भर आई,
दिखाई एकता की ताकत
हुआ भारत विख्यात पूरे जहान में
बुरी नज़र वालो दूर रहना
ऐसे और वीर है इस हिंदुस्तान में
फेहराओ तिरंगा
याद रखो उन वीरो को
भारत माँ की रक्षा
की तोड़के अंग्रेज़ो की जंजीरो को
देश का त्यौहार है आया
खुशियाँ मनाओ और बांटो मिठाइयाँ
आप सभी देशवासियो को
स्वतंत्रता दिवस की खूब बधाइयाँ
– अंशुल ओझा
Good
Thank you mam😊
जो कुछ भी आपने लिखा है
उससे पता चल जाता है
की आप कितने वरिष्ठ कवि हैं।
मेरी कविता को पढ़कर बताइए आपको कैसी लगी है हिमांशु जी?
Ji mam
Meri khushkismati ki apki Kavita padhne ka moka Mila mujhe
Thank you pragya mam
अरे सर! इतना झाड़ पर मत चढाईये मुझे
मैं बस कोशिश कर रही हूँ
कुछ लिखने की और सीखने की।
आपकी कविता पढ़कर शान्ती मिलती है मुझे।
पिछली बार बिज़ी होने के कारण कमेंट नहीं कर सकी।
सुन्दर प्रस्तुति
Thank you
जो कुछ भी आपने लिखा है
उससे पता चल जाता है
की आप कितने वरिष्ठ कवि हैं।
Mam AP sabse hi sikha hai sab kuch
Likhne ka tarika😊
थैंक्स हिमांशु जी
😊😊
Very good
Dhanyawad sirji🙏🙏
Bahut sundar prastuti, lajawab rachana
Dhanyawad sir🙏
सुंदर रचनात्मक अभिव्यक्ति
Dhanyawad🙏
सुन्दर कविता, सुन्दर पंक्तियाँ
Dhanyawad sir 🙏