“Darta Hun Kahin Kho Na Dun”- अपने अधुरे प्यार को एक बार जरूर सुनना…,

September 7, 2017 in हिन्दी-उर्दू कविता

होली है रंगों का खेल

March 7, 2017 in Poetry on Picture Contest

होली है रंगों का खेल

होली है रंगों का खेल

आवो खेले मिल के खेल

देखो खेल रही है होली

ये आसमा ये धरथी हमारी  

आवो मिल के रंग चुराये

सबको मिल के रंग लगाए

रंग सच्चाई का आसमा से लाए

रंग खुसी का हरयाली से चुराये

रंग चेतना का सूर्य मे पाये

रंग प्यार का फूलों से भर आए

रंग सादगी का चाँद से ले आए

आवो मिल रंग चुयारे

सबको मिल के रंग लगाए

मैं रंग जाऊँ तेरे रंग मैं

तू मेरा रंग हो जाओ

ओड़ तुझे मैं

तन मन मे

रंग दूँ मैं सारा बंधन

 एक रंग हैं सचाई का

एक रंग अच्छाई का 

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                                                                   -Dinesh Kumar-

सूखे नहीं थे धार आंशु के, पड़ गए खेतों मे फिर सूखे

March 6, 2017 in Poetry on Picture Contest

सूखे नहीं थे धार आंशु के
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