“ख्वाब” #2 Liner-54

ღღ__आँखों को ख्वाब की, इस कदर भूख है साहब;
.
जैसे लगता है ख्वाब में, “तुम” आ ही जाओगे!!…..‪#‎अक्स
.
12651120_1676116082668629_2578112817271174476_n

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

Responses

+

New Report

Close