ღღ__आँखों को ख्वाब की, इस कदर भूख है साहब;
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जैसे लगता है ख्वाब में, “तुम” आ ही जाओगे!!…..#अक्स
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Categories: शेर-ओ-शायरी
Ankit Bhadouria
A CA student by studies, A poet by passion, A teacher by hobby and a guide by nature. Simply I am, what I am !!
:- "AkS"
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bahut khoob ankit!
hausla-afzayi k liye shukriya Panna ji!!
bahut Sundar abhivyakti ….! (Y)
bht-2 shukriya Vijayanand ji 🙂
Good
अत्यंत सराहनीय
Nice lines
वाह बहुत ख़ूब
बहुत ही शानदार