कैसा होगा अपना हिंदुस्तान
कैसा होगा अपना हिंदुस्तान…! ————————————— सुनो..सुनाई देगी तुम्हें भारत माँ की चीत्कार लहू बहे जो मेरे बेटों के- क्यों होता जा रहा बेकार—? शहादत मेरे लाल की– चुप पत्थरों में सिमट गई है मुझपर मरना मेरे बच्चों का क्यों.सिर्फ कहानी बनकर रह गयी है क्या सोचकर वे हुए थे क़ुर्बान कि, ऐसा हो जाएगा अपना हिन्दुस्त... »