
Deep Patel
बलात्कार हुआ बेटी का….
October 2, 2020 in लघुकथा
बलात्कार हुआ बेटी का बेटी से प्यार किसको है ,
आग लगा दो या जला दो लाश की परवाह किसको है ,
गाय मरती तो शहर जलता लाश लड़की की याद किसको है ,
जिंदा है अभी हैवान पर उनकी तलाश किसको है ….
मैं नहीं कहता….
September 29, 2020 in मुक्तक
मैं नहीं कहता
सबको अपनी बहन मानो ,
चाहता इतना हूँ कि बहन क्या है ?
इतना ही जानो .
एक तेरे बगैर ही….
September 28, 2020 in शेर-ओ-शायरी
एक तेरे बगैर ही न गुजरेगी ये ज़िंदगी….,
मैं क्या करूं सारे जमाने की खुशियाँ लेकर….
अच्छे विचारों का असर
September 28, 2020 in अवधी
*अच्छे विचारों का असर आज कल इसलिए नही होता,*
*क्योंकि*
*लिखने वाले और पढने वाले दोनो ये समझते है कि ये दुसरों के लिए है….!!!!*
धूप में बाप ….
September 25, 2020 in हिन्दी-उर्दू कविता
धूप में बाप और
चूल्हे पर मां जलती है,
तब कहीं जाकर एक औलाद पलती है।
जहर की जरुरत नहीं….
September 24, 2020 in लघुकथा
जहर की जरुरत नहीं पड़ी
मुझे मारने के लिए,
तुम्हारे ऐसे बरताव ने ही मुझे
मार डाला.
कमाल की जादूगरी…..
September 24, 2020 in मुक्तक
कमाल की जादूगरी आती है लोगों को…!
अब देखो ना..
चेहरे से मुस्कान ही गायब कर देते हैं लोग…!!
ज़िंदगी मे डाली से गिरता हुआ पत्ता…
September 22, 2020 in Other
ज़िंदगी मे डाली से गिरता हुआ पत्ता भी हमे सिखाता है कि अगर तुम बोझ बन जाओगे तो अपने भी तुम्हे गिरा देंगे.