शरारतें की है बहुत जिंदगी में हमने
शरारतें की है बहुत जिंदगी में हमने अब जिंदगी है जो शरारत करती है
शरारतें की है बहुत जिंदगी में हमने अब जिंदगी है जो शरारत करती है
Jaane kyu———–?? logg yahaa pe hote betab,saath paane ko ye zindagi to hai kewal aane–jaane ko sunaa hai Maine buzurgo se padhaa hai Maine grantho…
ღღ_अजब ही चीज़ हैं, ये ख्वाहिशें “साहब”, मैं टूट भी जाऊँ, तो बिखरने नहीं देती; . एक तुम हो, कि मुझसे दूर ही रहते हो,…
तुम्हारे लब पर नाम मेरा जब आएगा! गुजरा हुआ मंजर तुमको नज़र आएगा! #बिखरे हुए अफसाने घेरेंगे इसतरह, दर्द का समन्दर पलकों में उतर…
ღღ__ज़िन्दगी भी कुछ ऐसे ख्याल में गुजरी; जैसे शब्-ए-फुरकत किसी मलाल में गुजरी !! . जिसमें इश्क़, हो जाता है बे-वजह; वो उम्र तो बस,…
कितनी बातें अनकही रह जाती है कितने लम्हे बिना जीए ही बीत जाते है सोचते सोचते दिन महीने साल धीरे धीरे सब गुजर जाते है
सितम पे सितम तुम ढाते रहे अफ़साने मगर महोब्बत के बनते रहे लफ़्जों में कहां बयां होती है कहानी मेरी कर सको गर महसूस तो…
समझने को दुनिया ने क्या क्या हमें समझा जो न समझना था, लोगो ने वही समझा देख के दुनिया की समझदारी, हम यही समझे जो…
वो पूछते है हमसे कि आजकल हम क्या करते है क्या बताएं कि उनके इंतजार में किस कदर मरते है अपने अहसास, अपनी आरजू दिल…
मोहब्बत से नफरत तक आने में, वक़्त तो लगता है; जागती आँखों को सुलाने में वक़्त तो लगता है!! . इतनी जल्दी कहाँ से सीखा,…
सूरत तो उसकी देखी, पर सीरत नहीं देखी; ღღ_है मेरी खता ये, कि मैं आदमी-सा था ! . ღღ_वक़्त के साथ उनके, बदला किये ख्याल;…
मेरे महबूब के जलवों की तो, पूरी दुनिया ही दीवानी है, ये जहाँ जो इक गुलिस्ताँ है, इसकी वो रात-रानी है; . चाल है गज़ालों…
कई दफ़ा की कोशिश भूल जाने की उन्हे अब तो भूलने की कोशिशों की भी यादें बन गयी है|
मेरी कहानी अनकही ही रह गयी सितारों के उजालों में अंधेरे सी दब गयी दुनिया ने मेरी सिर्फ़ सूरत ही देखी दिल की आवाज किसी…
**************************** उतार दी है जिंदगी सारी कि सारी चंद लफ़्जों में काश कोई समझ ले कभी इसी इंतजार में है इक मुद्दत से कि कभी…
धीरे धीरे चलने से राहे बन जाती है छोटी छोटी बातों से यादें बन जाती है जरा कोशिश तो कर के देख चंद लफ़्जो ओ…
अश्क बेपरवाह बहे जाते है एक कहानी है ये जो कहे जाते है कोई सुनता ही नहीं कोई ठहरता ही नहीं आते है लोग, चले…
हर कोई हमारे करीब आना चाहता है मगर रिश्ता कोई नहीं निभाना चाहता है चाहत तो हमारी बस सच्चे दिल की ही है मगर झूठी…
बढे जो मेरे हाथ, खुदा की तरफ़ दुनिया ने मुझे काफ़िर करार दे दिया नहीं समझी दुनिया, न वो खुदा मेरे सजदे को|
थोडी सी उदासी जमा कर ली है मुठ्टी भर दर्द को कैद कर रखा है दिल के इक कौने में कभी कभी इसी दर्द…
हादसा ऐसा भी उस कूचे में कर जाऊं मैं कोई खिडकी न खुले और गुजर जाऊं मैं सुबह होते ही नया एक जजीरा लिख दूं…
यह कैसी जिंदगी है जो अपनी होकर भी परायी है भीड तो है चारो तरफ़ फिर भी हर तरफ़ फैली तन्हाई है
############################ दिल के बागों मे खुशबुयें ही खुशबुयें रह जायेंगी तूम चले जाओगे तुम्हारी यादें रह जायेंगी रहेगा सदा इन्तजार तेरा इन आंखो को दरवाजे…
चले जाओगे तुम ये सोच नहीं था हो जाएगें तनहा हम ये सोचा नहीं था हंसते हंसते बितायी थी जिंदगी हमने गम में ढ़ल जाएगी…
गायब हर मंजर मेरा ढूढ़े परिंदा घर मेरा जंगल में गुम फ़स्ल मेरी नदी में गुम पत्थर मेरा दुआ मेरी गुम सर सर में भंवर…
*** उसको हमने कल तडपते हुए देखा था शायद उसकी यादें कल लोट आयी थी ***
पुरानी जिंदगी कभी कभी जाग उठती है यादें आ जाती है याद बेवजह खारी लकीरें छोडकर रुखसारों पर न जाने कहां खो जाते है जज्बात…
KOI LOUTA DE MERE VO DIN JAB ME HANSTI THI POORE MAN SE KHELTI THI, LADTI – JAGADTI THI KABHI KABHI NARAZ HO JAATI THI…
कुछ लफ़्ज़ ठहरा रखे हैं कागज पर क्या पता कभी कोई कविता बन जायें कुछ दिनों को भी जोड रखा है शायद कहीं ये भी…
Saavan ये कारवां चले तो, हम भी चलेंये शम्मा जले तो, हम भी जलेंखाक करके हर पुरानी ख्वाहिश कोइक नया कदम, हम भी चलें…… …
October 17: Anti Poverty Day सर्दी में नंगे पांव कूड़ा बटोरते बच्चे ठिठुरता बचपन उनका सिकुडी हुई नन्ही काया टाट के थैले की तरह …
आज की शाम शमा से बाते कर लूंउससे चेहरे को अपनी आखों में भर लूं फासले है क्यों उसके मेरे दरम्याचलकर कुछ कदम कम ये…
जब सोचा इक दफ़ा जिन्द्गी के बारे मे किस कदर बसर हुई जिंदगी मेरी क्यों भटकता रहा जिंदगीभर मुसाफ़िर बनकर ज्वालामुखी सा जलता रहा कभी…
समंदर में इक कश्ती है छोटी सी कभी रोती थी रेत के दरिया में अब दरिया ए अश्क में तैरती है..
कुछ कमाल की बात है उनकी आवाज में कभी कोयल सी मधुर लगती है कभी बिजली की कडक सी कर्कश तो कभी बूंद बनकर बरसती है…
थोडा सा शरमाकर, हल्के से मुस्कुराकर झुकी जो नजरनज़रे-नूर-ओ-रोशनी में मेरी रंगे-रूह हल्के से घुलती गयी
हम अपना हाल -ए- दिल आपसे कहते रहेकभी बच्चा तो कभी मासूम आप हमें कहते रहे आज तक कोई सबक पढा न जिंदगी में हमनेताउम्र…
कुछ कहने की कोशिश में है अहसास मिरे उमडने को आतुर है ज़ज्बात मिरे वो तो अल्फ़ाज़ हैं कि कहीं खोये हुए है नहीं तो…
तेरी हरयाली इन आँखों में है वरना, दिल तो कल भी रेगिस्तान था और आज भी है
मेरी मोहब्त को सलाम कर तू मेरी मोहब्त को सलाम कर तू ओ बेवफ़ा तूने ज़हर देकर बेवफ़ाई निभाई और हमने जान देकर आशिक़ी तू…
पराये जज्बातों को अपना बनाने की चाहत होती है किसी की आहों में डूब जाने की चाहत होती है उम्र भर चलते रहे तनहाईयों के…
जिंदगी मेरी जिंदगी से परेशान है बात इतनी है कि लिबास मेरे रूह से अनजान है तारीकी है मगर, दिया भी नहीं जला सकते है…
रात आती है तेरी याद लिए आती है यादों की रंगीन बरात लिए आती है यह मुश्किल है कि तेरी याद ना आये कैसे भूलूं…
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