सावन में
बरस रहा सावन देखो अपने आंगन में। तृण तरुवर सब नहा रहे निज कानन में।।
बरस रहा सावन देखो अपने आंगन में। तृण तरुवर सब नहा रहे निज कानन में।।
धरती जल रही अम्बर जल रहा जल रहा सकल जहान । हाल कहे क्या पशु-पक्षियों के हैं व्याकुल सब इन्सान ।। सघन छाँव करके मैं…
बरस रही सावन की फुहार रिमझिम -रिमझिम रिमझिम -रिमझिम। धरती पर छा गई बहार आओ नाचें छम-छम छम-छम छम-छम।।
लेके काँधे पे बन्दूक दिल में देशप्रेम अटूट चल पड़े हैं वीर देखो शरहद की ओर। न हीं जीवन की मोह न हीं परिजन बिछोह…
गुरुवर तव चरणन में, है तीन लोक राजित। जिसने लिया सहारा, वो खुशियों में विराजित।। लाखों कमल है जग, तव चरण कमल आगे। दिल में…
नभमंडल को देख हमने तो बस ये सीखे हैं। एक चांद के बिना लाखों सितारे फीके हैं।। प्रेम नगर में आकर भी प्रीत की रीति…
शरहद पर से पापा मेरे फोन किए थे शाम को। कुछ दिन धीरज रखना बेटा आऊँगा मैं गाम को ।। पढ़ना लिखना खेल कूद में…
हर कदम साथ देने का वादा किया सिर्फ दो ही कदम चलके छोड़ दिया। तूने खाई थी कसमे साथ जीने की मौत आने से पहले…
धरती से उठ कर हमीद हो गया। माँ तेरा लाल आज शहीद हो गया।।
चीन केर मोबाइल नञ कीनबय पिया सुनु देशक कसम। टी वी नञ लेबय सी डी नञ लेबय नञ लेबय चाइनीज़ झमकौआ। घड़ी नञ चाही केमरा…
चुप हो जा मेरी माता बीच तिरंगे तेरा लाल सो रहा। भारत माँ का रक्षक थककर चैन की नींद सो रहा।। सपने में भारत माँ…
कलम की लड़ाई आज हम भी करेंगे। जनताओं में चेतना सैनिकों में साहस देश भक्ति का भाव आज सबमें भरेंगे। कलम की लड़ाई आज हम…
शहीदों की सूची में पंजाबियों का नाम है अव्वल। आज भी चार सिंघों ने देकर शहादत काम किया है अव्वल।। प्रणाम करो ऐ ‘विनयचंद ‘…
विनयचंद यूँ रो रो कर कितने को श्रद्धांजलि दोगे। आँसू कम पड़ जाऐंगे तेरे आखिर कितना रोओगे।। सभी शहीदों के खातिर अब अपना शीश झुकाता…
बीस वीरों की टोली में ये सात रत्न बिहारी हैं। शहादत के सात फूल पे ‘विनयचंद ‘बलिहारी है।।
शहीद चंदनकुमार भोजपुर वाले तुम्हें झुककर सलाम हम करते हैं। फूल कहाँ अपनी अंजली में निज अश्कों का दान हम करते हैं।। 🌹 ॐशांतिॐ 🌹
सिंहभूमि के सिंह थे तुम गणेश हंसदा भैया। तेरी शहादत अमर रहेगी सदा सर्वदा भैया।। सम्मान सहित ये ‘विनयचंद ‘ प्रणाम करेगा सदा सदा। साहित्य…
पावन जन्मभूमि है वैशाली महावीर भगवान की । सिंह जयकिशोर की शहीदी को दो फूल चढ़ाऊँ मान की।।
समस्तीपुर के अमनकुमार। ऋणियाँ रहेगा तेरे बिहार। ।। तेरी कुर्बानी का हिन्दुस्तान। प्रणाम करेगा ससम्मान 🌹 🌹
कर रहा नमस्कार तुम्हें बारम्बार आज सारा बिहार। तेरे बलिदान को देश के गुमान को भैया सुनील कुमार। ‘विनयचंद ‘का प्रणाम अश्रु बूंद का इनाम…
शहीद कुन्दन ओझा तुम शहीद हो गए। सारे भारत में देशभक्ति के बीज बो गए।। सारे झारखंड संग बिहार भी सलाम कर रहा। ‘विनयचंद ‘ऐसे…
कुन्दन था मेरा कुन्दन यादव कुन्दन बन के बीच सितारों में। फिर गहना बन निकलोगे तुम खालिस हो कर अंगारों में।। तेरी शहादत अमर रहेगी…
खाया नमक देश का तो थोड़ा नमकहलाल बनो। बेशक बिपक्ष बन बैठे हो पर भारत माँ का लाल बनो।। समर मरन और शत्रु दलन का…
हर कांटे फूल बन जाएंगे शिवशंकर तेरा साथ हो। कृपा तुम्हारी जिस पर हो वो भक्त भला क्यों अनाथ हो?
बिन बारिश मेंढक बोले चीटियों की चले जमात। ‘विनयचंद ” सब कहे सयाने निश्चित होवेगी बरसात ।।
कुछआम ऐसे होते हैं जो खाए नहीं जाते। जब खास के साथ हो तो सताए नहीं जाते।।
चल रहे छोड़कर हम तो तेरा शहर दोस्तों। लौटकर शीघ्र आऐंगे बाद- ए-कहर दोस्तों।। साथ तेरा मिला हमें कदम -दर-कदम। चीन से आके वाइरस ये…
देखो कैसा कोरोना का जग में कहर हो गया ? जिसे अपना बनाया वही बेगाना शहर हो गया।। लेके दिल में तमन्ना था आया यहाँ।…
शुद्ध रहे ये आबोहवा सदा जीवन के अनुकूल। बृक्ष लगाओ चारों ओर सड़क सरित के कूल।। हरे पौध बृक्षों से है धरती की हरियाली। वातावरण…
कर बर्षा आकाश सदा पानी सबको देता है। बृहत उदर का होकर भी आखिर हमसे क्या लेता है? एक वायु का प्यासा है ये शुद्ध…
पत्थर भी पानी देता है पर पानी में क्या घुलता है? धरती पानी लेती है तो फिर फिर पानी मिलता है।। पानी के प्रति पानी…
बनके दुश्मन बहार का नजारे बहार ढूँढते है। दिल में रख वैमनस्य जनाब प्यार ढूँढते हैं।।
एकादशी का व्रत है आज बंधुओं निर्जला। भक्त उपासक की सदा सर्वदा होवे भला।।
की विनती थी भीमसेन ने प्रभु वेद व्यास के चरणों में। उपवास एकादशी करते हैं रख प्रीत सभी हरि चरणों में।। वृक अग्नि नित जलती…
इस बंजर-सी धरती पर कुछ अश्कों के बीज बो लेता हूँ। जब जब तुहारी याद आती है तो छुप छुप के रो लेता हूँ।।
कौन कहता है बहार- ए-चमन में फूल नहीं। हैं तो बहुत प्रीतम मगर वो सब तेरे समतूल नहीं।।
लेते तम्बाकू देखकर नकल न करना बाप के। जान चली जाएगी तेरी साथ न जाएंगे कोई आपके।।
ना बनो ना बनो बीड़ी सिगरेट का आदी। दमा टीबी कैंसर से होगी तेरी बर्बादी।।
मत कर रे जिन्दगानी तू हवाले तम्बाकू के। पत्थर वाले दांत तुम्हारे टूटेंगे बिन चाकू के।।
दूर रहो सब सदा सर्वदा तम्बाकू से कोसो कोस। जीवन सुखमय होंगे तेरे नहीं करोगे कभी अफसोस।।
कामधेनु आनन्दी माता। सुरभि कन्या जग विख्याता।।५।।
गिरिजापति गोधाम बनाया। हरिपूजन अभिषेक कराया।। ४।।
शिव सत धाम गई एकबारा। शिव कीन्हा गोकुल विस्तारा।। ३।।
दक्ष सुता सुरभि कल्याणी। कश्यप भार्या बहु सुखदानी।। २।।
जय गौ माता जनकल्याणी। नहि कोई तुम सम वरदानी।। १।।
गण गौरी माँ शारदे गुरुवर अरु गोपाल। चरणनि मस्तक धार के गोगुण गाऊँ पाल।।
यूँ ना बुलाओ करके नजर के इशारे इस दिल पे तो डाका पर जाएगा। भला तुम्हारा क्या बिगड़ेगा मेरा सब कुछ लुट जाएगा।।
पूव बहति कोशी महारानी उत्तर पर्वतराज हिमालय । पच्छिम गंडकी गंग नारायणी दक्षिण सुरसरि गंग नीरालय।। मध्य विदेहक धाम विराजित सुन्दर अति सुखधाम। ‘विनयचंद ‘ई…
पूव बहति कोशी महारानी उत्तर पर्वतराज हिमालय । पच्छिम गंडकी गंग नारायणी दक्षिण सुरसरि गंग नीरालय।। मध्य विदेहक धाम विराजित सुन्दर अति सुखधाम। ‘विनयचंद ‘ई…
धन केर बाजे घाँटी। ई बात अहाँ केर खाँटी।।
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