Ajnabi
सवाल…….
January 14, 2017 in शेर-ओ-शायरी
आज अपने ही सवाल पर मायूस खड़े हो क्यों तुम
तुम ही तो कहा करते थे न, वो हर किसी का नहीं होता है…………….!!
………………….D K
कौन किस से कितना मुकातिफ़ होता है
January 14, 2017 in शेर-ओ-शायरी
कौन किस से कितना मुकातिफ़ होता है
ये तो वक़्त जनता है, और वक़्त ही बता देता है……………!!
……………….D K
कोई बात नहीं…….
January 14, 2017 in शेर-ओ-शायरी
तू मुझे अगर धुल भी कहे तो कोई बात नहीं
के हवा चलने पर ये भी आँखों मे समां जाती है……………!!
…………………..D K
तो कहना……
January 14, 2017 in शेर-ओ-शायरी
हमारे जाने के बाद किसी से इश्क़ फरमा कर देख लेना
अगर कोई चाहे शिददत से हमारी तरह, तो कहना………………!!
……………………….D K
कहता फिरता है……
January 14, 2017 in शेर-ओ-शायरी
मैंने जिस शक्श से मोहोब्बत फरमाई थी
आज वही शक्श मुझे बेवफा कहता फिरता है…………..!!
……………D K
इश्क़-ऐ-गहराई………
January 14, 2017 in शेर-ओ-शायरी
उसकी आंखें झील सी गहरी तो है मगर,
उस में परछाई मेरे चेहरे की नहीं
उसकी बेरुखी से न नाप, इश्क़-ऐ-गहराई को तू
वो आदतन मजबूर है, मगर दिल का बुरा नहीं……………………..!!
……………….D K
रूब-ओ-रू…….
January 14, 2017 in शेर-ओ-शायरी
आंखें निकलवा कर हमारी वो अंगारों से, बोले
अब इज़ाज़त है तुमको, हमसे रूब-ओ-रू होने की……………….!!
……………….D K
चाहत की तपन……
January 14, 2017 in शेर-ओ-शायरी
अपने चाहत की तपन से उसको हमने सोना तो बना दिया
मगर, अब उसको ख़रीदे कैसे, यही सोचते है हम………………..!!
…………………D K
ख़ुशी का पल……..
January 14, 2017 in शेर-ओ-शायरी
हँस दिए आप ने रोते रोते यूँ ही क्यों साहिब
ऐसा कौन सा ख़ुशी का पल याद आ गया आपको……………!!
………………..D K
एक अरसा……..
January 13, 2017 in शेर-ओ-शायरी
अब उसे याद न करू तो कुछ अधूरा सा लगता है
एक अरसा हो चला है, उसको याद करते करते…………..!!
………………..D K
तू और तेरी बातें…….
January 13, 2017 in शेर-ओ-शायरी
वो कहते है, झूठ है तू और तेरी बातें
तो क्यों याद करता है वो, मुझे और मेरी बातें………………!!
………………….D K
हालात-ऐ-दिल……….
January 13, 2017 in शेर-ओ-शायरी
मुमकिन है वो किसी रोज़ लौट आये हमारे शहर की तरफ
इसलिए भी रोज़ बदल देता हू, मैं हालात-ऐ-दिल अपना…………..!!
………………….D K
फ़िज़ूल कोशिशें…….
January 13, 2017 in शेर-ओ-शायरी
भला मुक्कदर का लिखा कोई मिटा पाया है
वो खामखा ही फ़िज़ूल कोशिशें करा करते है……………!!
……………….D K
ख़ाक…….
January 13, 2017 in शेर-ओ-शायरी
जिस शक्श को आप ढूंढ रहे हो, वो अब ख़ाक हो गया
जला था किसी की चाहत मे, जल कर राख हो गया…………………!!
…………….D K
आईने का हिस्सा……….
January 13, 2017 in शेर-ओ-शायरी
वो रोज़ देखता है चेहरा अपना, आईने मे सुबह उठ कर
काश मैं भी उसके घर के आईने का हिस्सा होता…………………..!!
………………..D K
हँसी……..
January 13, 2017 in शेर-ओ-शायरी
अपनी ही हँसी पर आज मुझे हँसी आ गयी
के हैरान हू मैं, कैसे मुझे हँसी आ गयी…………..!!
…………………D K
इंतज़ार…….
January 13, 2017 in शेर-ओ-शायरी
आज भी मेरी उँगलियाँ मायूश दिखाई पड़ती है मुझको
शायद,उनको आज भी इंतज़ार है उस बेवफा के आने का…………..!!
……………..D K
राज़ की बात……..
January 13, 2017 in शेर-ओ-शायरी
हमारी तख़लीफ़ों से सरोकार अब किसको है
राज़ की बात है ये, वो किसी और के लिए रोया होगा………..!!
……………..D K
दीदार-ऐ-मौसम……….
January 13, 2017 in शेर-ओ-शायरी
लो दे आओ कुछ खत उसको, दीदार-ऐ-मौसम की तरह
सुना है रात की तन्हाई उसको सोने नहीं देती………………….!!
………………D K
तलाशी……
January 13, 2017 in शेर-ओ-शायरी
तुम्हारे सिवा कोई और मिले तो बताना
हम छोड़ रहे है दिल अपना, तलाशी के लिए………….!!
…………D K
आखरी किश्त……..
January 12, 2017 in शेर-ओ-शायरी
चलो आज चाहत की हम आखरी किश्त अदा करते है
दे कर ज़िन्दगी उनको, ये क़र्ज़ रफ-दफा करते है……………..!!
………………………D K
हो गया……..
January 12, 2017 in शेर-ओ-शायरी
चलो आज ये कलमा भी पूरा हो गया
एक और इश्क़ का किस्सा अधूरा हो गया…………….!!
……………..D K
लकीरों की तरह……..
January 12, 2017 in शेर-ओ-शायरी
अब इसे किस्मत का तकाज़ा कहे,या बेरुखी दिल की
के लोग भी अब बदलने लगे, हाथों की लकीरों की तरह…………….!!
………………….D K
बाकी है………
January 12, 2017 in शेर-ओ-शायरी
बीती नहीं ज़िन्दगी, अब भी आधी बाकी है
मुझे और तड़पना है, अब भी ज्याती बाकी है…………..!!
…………….D K
आंसू…….
January 12, 2017 in शेर-ओ-शायरी
उस वक़्त आँख मे आंसू आ जाते है
जब दिल पर गम के बादल छा जाते है…………..!!
…………………D K
जला करता है……….
January 12, 2017 in शेर-ओ-शायरी
उस मंज़र को देख कर हमारा दिल जला करता है
के उसकी तस्वीर के सामने जब भी चिराग जला करता है………..!!
………………..D K
इश्क़ का खिताब………
January 12, 2017 in शेर-ओ-शायरी
चलो आज उनको इश्क़ का खिताब दिया जाये
उनकी बेवफाई का आज हर हिसाब किया जाये……………!!
……………….D K
एक दिन……….
January 12, 2017 in शेर-ओ-शायरी
बर्बाद करने के लिए मैँ ही मिला,उस से पूछुंगा एक दिन
बस उस पल तक, उसकी ज़िन्दगी सलामत रहे मेरे खुदा……………!!
………………..D K
मुझ तक पहुचने से पहले……….
January 12, 2017 in शेर-ओ-शायरी
मेरी ज़िन्दगी में खुशियों की उम्र ज़रा कम है लोगो
ख़तम हो जाती है ज़िन्दगी उनकी, मुझ तक पहुचने से पहले………..!!
………………D K
गुनाह…….
January 10, 2017 in शेर-ओ-शायरी
दिल से पूछ कर आज तुम भी एक फैसला कर लो
हमारी मोहोब्बत को मुक्कमल करने का गुनाह कर लो……………..!!
………………..D K
मंज़र…….
January 10, 2017 in शेर-ओ-शायरी
आँखों में बर्बादी का मंज़र दिखाई देता है
हर आंसू में गमो का समुन्दर दिखाई देता है…………!!
…………..D K
लेने दो……..
January 10, 2017 in शेर-ओ-शायरी
दो लम्हे फुरसत मे और जी लेने दो
प्यास हु मैं, मुझे थोड़ा मय और पी लेने दो……………..!!
……………….D K
रह गया……..
January 10, 2017 in शेर-ओ-शायरी
सिर्फ एक मोहोब्बत का उजाला रह गया
हसरते ख़ाक हो गई, जीने का बहाना रह गया……….!!
……………………D K
कुछ लोग………..
January 10, 2017 in ग़ज़ल
बहुत शराफत से पेश आये कुछ लोग
हमारे जनाजे पर आये कुछ लोग
आखरी रस्म की कदर करी उन सब ने
हमें कांधा देने आये कुछ लोग
रस्म-ऐ-बफा सब निभा नहीं सकते है
काबा पर हमने बुलाये कुछ लोग
सोचा था सब अपने है इस दुनिया मे
मगर, रस्म-ऐ-अपनापन निभा पाए कुछ लोग
यूँ तो मायूस दिख रहे थे वह पर सभी
मेरी कब्र पर मगर आंसू बहा पाए कुछ लोग
बहुत शराफत से पेश आये कुछ लोग
हमारे जनाजे पर आये कुछ लोग…………………..!!
……………….D K
हसरत-ऐ-दिल……..
January 9, 2017 in शेर-ओ-शायरी
हसरत-ऐ-दिल हमारी बस इतनी थी लोगो
के वो अपने कूचे से एक बार तो बाहर आते
रोते, बिलखते और गम से कराहते
और उनकी आँखों से आंसूं बेशुमार आते………….!! (d k)
चैन-ओ-अमन…….
January 9, 2017 in शेर-ओ-शायरी
एक बार क्या गुज़रे हम उनके कूचे से लोगो
चैन-ओ-अमन हमारे दिल का खो गया
गम ने दिल मैं दस्तक दे दी हमे
खुशियों का हर समां सो गया……………………!! (d k)
तकलीफ……
January 9, 2017 in शेर-ओ-शायरी
अब न होगी तकलीफ उनको हम से मिलने मे साहिब
के बनाया है हमने काबा अपना उनके कूचे मैं साहिब……….!! (d k)
अहसास-ऐ-तन्हाई
January 7, 2017 in शेर-ओ-शायरी
इसलिए भी अंधेरे की पनाह मे चला जाता हु में
के मेरे गम-ऐ-दिल को अहसास-ऐ-तन्हाई न हो…………!! (d k)
गुज़ारिश…….
January 6, 2017 in शेर-ओ-शायरी
न जला मेरे दिल को और, न कुरेद मेरे जख्मों को
ऐ मोहोब्बत तुझ से गुज़ारिश है,ज़िन्दगी को तू अब बक्श दे…………..!! (d k)
**—–Friendship—–**
January 6, 2017 in English Poetry
Friendship is a beautiful Relation
By which we can remove our all tension
Friendship is a very good thing for our life
We should not compare it with our Wife
Friendship is the symbol of true Relation
We should follow the rules of this Relation
Friendship is not like to a War
It means “Dosti” and we call Friends “Dost” or “Yar”
Friendship includes sorrow & emotions
True friends can search us on any Locations
Friendship is like a Happiness’ Tree
It is the Relation, which is made on basis of Free
Friendship never gives any Tension
We don’t need to give it any Pension
Friendship doesn’t show attitude to Anybody
So it is made, in the world, by Everybody………………….!! (d k)
**—–Love—–**
January 6, 2017 in English Poetry
Love…..Love…..Love…..
Strange, Astonished & Powerful
Love…..Love…..Love…..
Beautiful, Attractive & charming
Love…..Love…..Love…..
Good, Fair & Excellent
Love…..Love…..Love…..
Change, Value & Nature
Love…..Love…..Love…..
Precious, Useful & Valuable
Love…..Love…..Love…..
Life Changer, Maker & Destroyer
Love…..Love…..Love…..
Parents, Friends & Wife
Love…..Love…..Love…..
Feeling, Emotion & Reliance………………….!! (d k)
वो कहते है, हम कहते है………
January 5, 2017 in हिन्दी-उर्दू कविता
वो कहते है हमारे निगाह को यूँ देखा न करो
हम कहते है के तुम अपनी निगाह से हमें यूँ देखा न करो
वो कहते है बहुत शर्म-ओ-हय्या आती है हमको
हम कहते है की तुम अपनी निगाह को यूँ उठाया न करो
वो कहते है आज फिर मौसम थोड़ा मदहोश हो चला है
हम कहते है की तुम अपनी निगाह को यूँ झुकाया न करो
वो कहते है आज फिर काली घटा छाने लगी है
हम कहते है की तुम अपनी निगाह में सुरमा लगाया न करो
वो कहते है क्यों सब हमारे हुस्न के दीवाने है
हम कहते है की तुम अपनी निगाह से सबको सताया न करो
वो कहते है हमारे निगाह को यूँ देखा न करो
हम कहते है के तुम अपनी निगाह से हमें यूँ देखा न करो ……………!!
तेरी निगाह……
January 5, 2017 in हिन्दी-उर्दू कविता
तेरी निगाह ने कैसा कोहराम मचाया साकी,
सब शराब को पीना भूल गए
हाज़िर जवाबी कर रहे है सब तेरी अब तो,
सब ज़िन्दगी को जीना भूल गए………………!! (d k)
एक फैसला……
January 5, 2017 in शेर-ओ-शायरी
अपनी निगाह से आज तुम एक फैसला कर दो
कबूल कर लो मेरा इश्क़, या मुझको फनाह कर दो…………!! (d k)
निगाह…….
January 5, 2017 in शेर-ओ-शायरी
न रख अपनी निगाह हमारे चेहरे पर इस तरह ज़ालिम
तेरी चाहत के मरीज़ है, कही मर ही न जाए………………..!! (d k)
इरादा……..
January 5, 2017 in शेर-ओ-शायरी
आज फिर आये है वो खाली हाथ हमारे घर पर
शायद निगाह से कत्ल करने का इरादा है उनका……….!! (d k)
एक सवाल……
January 5, 2017 in हिन्दी-उर्दू कविता
एक सवाल दिल का, एक सवाल इश्क़ का,
इश्क़ मैं जो बिछड़ जाते है, वो फिर किधर जाते है
एक सवाल ज़िन्दगी का, एक सवाल इबादत का,
जब इंसा हो जाता है फनाह तो इश्क़ क्यों फरमाते है
एक सवाल ज़िन्दगी का, एक सवाल आशिक़ी का,
जब चाहते है इतनी शिद्दत से तो फिर जुदाई क्यों आती है
एक सवाल ख़ुशी का, एक सवाल होंठों का,
जब बिछड़ जाते है तो क्यों नाम लेने से कतराते है
एक सवाल गम का, एक सवाल ख़ामोशी का
जब अकेले होते है तो तन्हाई क्यों तड़पती है
एक सवाल दिल का, एक सवाल इश्क़ का,
इश्क़ मैं जो बिछड़ जाते है, वो फिर किधर जाते है…………..!!
वो हो तुम, वो हो तुम और सिर्फ तुम……
January 5, 2017 in हिन्दी-उर्दू कविता
एक आस दिल की, एक विश्वास ज़िन्दगी को
वो हो तुम, वो हो तुम और सिर्फ तुम
दिल को जिसकी चाहत, करी दिल ने जिसकी इबादत
वो हो तुम, वो हो तुम और सिर्फ तुम
ज़िन्दगी का सवेरा, सुनहरी और चमकती शाम
वो हो तुम, वो हो तुम और सिर्फ तुम
जो दे करार दिल को, खुशियां अपार ज़िन्दगी को
वो हो तुम, वो हो तुम और सिर्फ तुम
जुबा पर जो नाम, होंठों को मिले जिस नाम से आराम
वो हो तुम, वो हो तुम और सिर्फ तुम
किसी को पाने की ज़िद, किसी को अपना बनाने का ख्याल
वो हो तुम, वो हो तुम और सिर्फ तुम
आंखें जिसको देखने को तरसे, बादल भी रह रह कर बरसे
वो हो तुम, वो हो तुम और सिर्फ तुम
जिसके नाम पूरी ज़िन्दगी, खुद की तरह जिसकी बंदगी
वो हो तुम, वो हो तुम और सिर्फ तुम
जिसको लिखने के लिए कलम भी तरसे, न लिखू तो कागज़ भी भड़के
वो हो तुम, वो हो तुम और सिर्फ तुम
एक आस दिल की, एक विश्वास ज़िन्दगी को
वो हो तुम, वो हो तुम और सिर्फ तुम……………………..!! (d k)
हिज्र-ऐ-रात……
January 3, 2017 in हिन्दी-उर्दू कविता
सुना था इश्क़-ऐ-हिज्र मैं आ जाती है मौत सबको
मगर, हमें तो नींद तक नहीं आयी एक भी हिज्र-ऐ-रात में……….!! (d k)