
UE Vijay Sharma
एक यह एहसान
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
एहसान तेरे काफी भूला देंगे हम
एक यह एहसान रहेगा याद ह्मे
इतनी जल्दी ही बस दिखा दिया
अपनी बेवफ़ा रूह का असली दिया
……. यूई
कुछ ना कर पाए
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
अपने सर की खूब कसमें दी ,
दिल पे हाथ रख वायदे लिए,
के बस अब भूला देना हमको
क्या हुआ, कुछ ना कर पाए
सब क़समें वायदे भूल गए
तुमको ही ना बस भूल पाए
……. यूई
क्यों दिल से भूला देंगे
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
सोचा था दिल से भूला देंगे
फिर सोचा क्यों दिल से भूला देंगे
……. यूई
बस यूँ ही जांएगा
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
भूलना भुलाना लगता था बस यूँ ही जांएगा
ज़िन्दगी पाना और गँवाना यूँ ही हो जाएगा
……. यूई
सोचा था
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
सोचा था इक पल में ही भूला देंगे
कुछ भी तो ना कर पाए शाम ढले
……. यूई
बनते थे हम यूँ ही सख्त जान
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
बनते थे हम यूँ ही सख्त जान
इक पल में ही कर गया बेजान
……. यूई
अब भी मुझे रुलाता क्यों है
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
टूटे आसेँ मेरी बंधाता क्यों है
अब भी मुझे रुलाता क्यों है
……. यूई
खुशबू तेरी बन गई है रूह मेरी
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
रूह मेरी में बस गई है खुशबू तेरी
या खुशबू तेरी बन गई है रूह मेरी
……. यूई
कर लिया तुमने झूठा सौदा
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
तुझको लगा नही कभी के
कर लिया तुमने झूठा सौदा
……. यूई
यही है सच्चा सौदा
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
हम कर ना पाए बस मोहब्बत का सौदा
हमको हर पल लगा यही है सच्चा सौदा
……. यूई
बदला-ए-बेवफ़ाई तुमसे ले ना सके
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
खौफ-ए-खुदाई कभी भूला ना सके
बदला-ए-बेवफ़ाई तुमसे ले ना सके
……. यूई
चुरा ना पाई मेरी वफ़ा
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
तमाम बेवफ़ाईया तेरी ओ मेरे यार
चुरा ना पाई मेरी वफ़ा ओ मेरे यार
……. यूई
क्या तुम कभी भी हमें भूला पाए
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
कुछ भी ना हम कभी भूला पाए
क्या तुम कभी भी हमें भूला पाए
……. यूई
रूह-ए-ज़िन्दगी हम भरते है तबसे
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
ज़िन्दगी ने रूह को लुटा है जबसे
रूह-ए-ज़िन्दगी हम भरते है तबसे
……. यूई
अंदाज़-ए-ज़िन्दगी दम भरते हैं हमसे
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
अंदाज़-ए-ज़िन्दगी दम भरते हैं हमसे
खौफ-ए-ज़िन्दगी ना मिलते हैं हमसे
……. यूई
छा गए हो ज़मीन पे मेरे
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
बन खुशी के फूल छा गए हो ज़मीन पे मेरे
अप्नी खुशबू से छा गए हो आसमान पे मेरे
……. यूई
अब नही बह्ता लहू रगो में मेरी
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
अब नही बह्ता लहू रगो में मेरी
बहती हैं तू बन खुशबू रगो में मेरी
……. यूई
मसला क्यों अरमानो को तुमने ख़ुद के
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
मसला क्यों अरमानो को तुमने ख़ुद के
भरोसा कुछ पल तो रखा होता मुझ पे
……. यूई
हसरत-ए-दिल कभी बता ना पाए
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
एहसान कभी हम जता ना पाए
हसरत-ए-दिल कभी बता ना पाए
……. यूई
ज़िन्दा ही दफन किया है खुद् को
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
डर मौत का क्या सतायगा मुझको
ज़िन्दा ही दफन किया है खुद् को
……. यूई
मोम तो फिर मोम ही है
March 29, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
मोम तो फिर मोम ही है
चाह के भी पथर ना होगा
……. यूई
सबका दर्द अपना के रखना
March 28, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
डगर ज़िन्दगी की कैसी भी हो
दिल में चाह बचा के रखना
सबका दर्द अपना के रखना
सबसे प्यार निभा के रखना
….. यूई
हौंसलों को अपने बुलंद रखना
March 28, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
डगर हर आसान हो
यह जरूरी तो नही
यह जरूरी है मगर
हौंसलों को अपने बुलंद रखना
….. यूई
मुश्किलें चाहे हजारों थी इन राहो में
March 28, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
सफर में रह्ते तो सब काट ही जाते
साथ में रहते तो ज़िंदगी जी ही जाते
मुश्किलें चाहे हजारों थी इन राहो में
साथ में रहते तो हम सर कर ही जाते
….. यूई
क्यों सब सूना कर छोड़ गए
March 28, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
सूनी है सब डगर तेरे बिन
सूनी है मेरी नजर तेरे बिन
सूना है यह शहर तेरे बिन
क्यों सब सूना कर छोड़ गए
मुझको क्यों अकेला तोड़ गए
….. यूई
हमने उनकी गली को दिया छोड़
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
जबसे उन्होंने हमसे मुँह लिया मोड़
हमने उनकी गली को दिया छोड़
जबसे उन्होंने मिलने से किया मना
हमने सब अरमानो को किया फना
……यूई
आज आपकी अलविदा को
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
आज आपकी अलविदा को, हमने दिल से यूँ मान लिया
दुआ करके खुदा को, तुम्हारी कब्र पे आखिरी सलाम किया
….. यूई
कोई भी करे प्यार मना मुझको
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
कोई भी करे प्यार मना मुझको
इसका ना पड़ता कोई फर्क मुझको
अब ना कोई उम्मीद रखी किसीसे
सारी प्रीत रची ख़ुद के ही दिलसे
….. यूई
ख़ुद का यहा सिर्फ़ क्रम होता है
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
कौन किसका यहा अपना होता है
कौन किसका यहा सपना होता है
दिल का बस यह भ्रम होता है
ख़ुद का यहा सिर्फ़ क्रम होता है
….. यूई
कितने भी तुम शहर भटक लो
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
कितने भी तुम शहर भटक लो
घर उसका ही सबसे प्यारा है
कितने भी तुम दर खड़क लो
दर उसका ही सबसे न्यारा है
….. यूई
प्यार मोहब्बत दोस्ती वफ़ा
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
प्यार मोहब्बत दोस्ती वफ़ा
है सब किताबी अफ्साने यहां
तेरी ना किसी को लगन यहां
सब ख़ुद में ही है मगन यहां
….. यूई
किसको किसकी पड़ी है यहां
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
किसको किसकी पड़ी है यहां
सबकी नज़रे ख़ुद में गड़ी यहां
….. यूई
हर कोई अपने ही सपने बुनता है
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
कौन यहां पे किसकी सुनता है
हर कोई अपने ही सपने बुनता है
….. यूई
चाहते हो जो उसको पाना
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
चाहते हो जो उसको पाना
तो उसकी राह् चले जाना
उसमें ना कोई बहाना बताना
दिल अपने को रोज़ समझाना
मन को सीधी राह् रख पाना
उसको पल पल भटकन से बचाना
….. यूई
चाहते हो जो उसको पाना
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
चाहते हो जो उसको पाना
तो उसकी राह् चले जाना
उसमें ना कोई बहाना बताना
दिल अपने को रोज़ समझाना
मन को सीधी राह् रख पाना
उसको पल पल भटकन से बचाना
….. यूई
मांगो तो
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
मांगो तो फटकार मिलेगी
भागो तो दुत्कार मिलेगी
छीनो तो कारागार मिलेगी
ठगो तो आह बेकार मिलेगी
….. यूई
यह दुनिया बड़ी अवल्ली है
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
यह दुनिया बड़ी अवल्ली है
यहां हर इंसान दुवल्ली है
मांगो इससे तो यह खल्ली है
ख़ुद लुटाए हो हो झल्ली है
….. यूई
ढूँढ ढूँढ तोहे मैं थकी
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
ढूँढ ढूँढ तोहे मैं थकी
आग विरह में मैं पकी
कर यत्न मैं टूट चुकी
तेरे मन को थाह ना सकी
….. यूई
कैसे भी हो बस नाम हो मेरा
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
नाम हो मेरा, बस नाम हो मेरा
नाम नाम के ऐसी होड़ लगी
सबको पीछे यह छोड़ चली
कैसे भी हो बस नाम हो मेरा
ऐसी हवा यह खुद्की चली
सबको साथ यह ले उड़ी
….. यूई
नाम के उमर है उतनी
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
इस दुनिया में नाम के उमर है उतनी
जितनी इस जीवन में देह के जितनी
….. यूई
नाम की अपनी झूठी होड़ में
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
नाम की अपनी झूठी होड़ में
मिलेंगे पागल तुम्हे हर मोड़ पे
….. यूई
तेरे नाम की अब किसको है आशा
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
तेरे नाम की अब किसको है आशा
हर कोई है अपने ही नाम का प्यासा
….. यूई
ख़ुद के नाम में यूँ डूबी दुनिया
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
ख़ुद के नाम में यूँ डूबी दुनिया
उसके नाम को ही ले डूबी दुनिया
…… यूई
आख़िर में क्या कर पाओगे
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
रंजिशें कितनी भी निभा लो
दुश्मन कितने चाहो बना लो
दोस्त जितने चाहो गँवा लो
नशा है ही ऐसा दौलत का
इसे जितना चाहो बड़ा लो
होड़ जितनी चाहे ल्गा लो
सबको पीछे छोड़ दौड़ लगा लो
आख़िर में क्या कर पाओगे
कभी तो थक हार बैठ जाओगे
अकेले फिर ख़ुद में कुरलाओगे
तब सबको साथ अपने बुलाओगे
तब साथ कोई ना ढूँढ पाओगे
…… यूई
इन्ही नजरों में जीवन बिताना है मुझको
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
अपनी नजरोँ में बस छुपा लो मुझको
जमाने कीं नजरोँ से बचा लो मुझको
आपकी नजरोँ में सिमट जाना है मुझको
इन्ही नजरों में जीवन बिताना है मुझको
…… यूई
क्यों करते हो इश्क मुझसे
March 27, 2016 in हिन्दी-उर्दू कविता
पूछते हो के क्यों करते हो इश्क मुझसे
सालों से जवाब इसका ढूँढ रहे हैं हम खुद्से
…… यूई