मंजिल की ओर कदम
रोज रोज बढ़ते रहे मंजिल की ओर कदम निस दिन किया प्रयास फिर कैसे गिनते दिन कैसे गिनते दिन जब परीक्षा सिर पर थी प्रण…
रोज रोज बढ़ते रहे मंजिल की ओर कदम निस दिन किया प्रयास फिर कैसे गिनते दिन कैसे गिनते दिन जब परीक्षा सिर पर थी प्रण…
वृक्षारोपण कर रहे अब देखो कितने लोग जब प्रकृति ने दिखला दिया है अपना रोष पहले ही सचेत होते तो ना लगाने पड़ते ऑक्सीजन वाले…
राजनीति की बात कर राजनीति के लोग राजनीति ही कर रहे राजनीति के लोग राजनीति के गुरु रहे वंशीधर श्री कृष्ण जिन्होंने से खिला दिया…
अद्भुत दुनिया की रीत है अद्भुत है संसार अद्भुत रिश्ते नाते हैं अद्भुत नदी की धार अद्भुत सुंदर पुष्प है अद्भुत पर्वत श्रृंखला अद्भुत धरती…
लुटा हुआ सँसार जब देखे है रानी गुड़िया सिसक सिसक रह जाती है मन ही मन ढलकाती आँसू के अंगारे कैसी विपदा आन पड़ी जो…
सुंदर सपनों के आंगन में बैठा है चितचोर मन का मयूर नाचता प्रेम की चुनर ओढ़ प्रेम की चुनर उड़ के छम छम नाचे मयूरा…
ये शारीरिक महामारी है या मानसिक महामारी? मुझे तो ये लगता है कि ये है आर्थिक महामारी कोई कहे अदृश्य इसे तो कोई बोले दृश्य…
हे प्रभु इतना दे मुझे, ना फैलें किसी के आगे हाथ देने को आतुर रहें हर मानव का साथ, हर मानव का साथ मैं दूं…
मातृत्व सुख जीवन का सबसे अनमोल उपहार है जब नवजात शिशु अपनी नन्हीं- नन्ही उंगलियों से मां को स्पर्श करता है ऐसा आभास होता है…
मेरे वजूद को धिक्कार कर मेरे जहन ने कुछ लकीरें खींची और कहने लगीं बढ़ चल उस सफ़र पर जो तेरी यादों में कब से…
अकिंचन ही कर्तव्य पथ पर बढ़ते गए कदम सुध नहीं थी किस ओर गए कदम रास्ते में मिले अनेक राहगीर कुछ बने मित्र कुछ बने…
किसी को मोहब्बत का नशा है किसी को दौलत का नशा है किसी को वर्चस्व का नशा है किसी को दारू का नशा है किसी…
गौ रक्षा को उठ रहे मानव के दो हाथ गौ माता की पूजा कर यह है जन्नत की सौगात मानव कुल में जन्म लिया तो…
हे ईश्वर! कृपा कर अपने बनाये इंसानो की रक्षा कर मत फैला ऐसी जानलेवा बीमारी जिससे होता जा रहा प्रकृति का हनन मानव का क्षरण…
मेरी हर कविता तुम्हारे ऊपर निशाना नहीं होती कभी किसी तथ्य पर होती है कभी किसी प्रश्न पर होती है कभी होती है कल्पना कभी…
तुमसे नफरत हम नहीं करते तुमसे ईर्ष्या भी नहीं करते तुम्हारे कारण ही तो लिख पाते हैं अंदर से प्रेरित हो पाते हैं साहित्य साधना…
सच कहूं तो तुम मेरे दुश्मन नहीं, मेरे इष्ट हो मेरी प्रतिभा, मेरे प्रेरक हो तुम्हारे कारण ही मैं इतना कुछ कह जाती हूं अपने…
दूसरों पर निशाना साधना हमने कब का बंद कर दिया तब नादान थे, ना समझ थे बेअक्ल थे, जिद्दी थे, बेचैन थे अब सुधर गये…
हमारा राज था, राज है और रहेगा किसी के दिल में किसी के होठों पर किसी के जीवन में किसी की हंसी में किसी की…
झुकें किसके आगे यह तो बताओ सिर किसके आगे रखना है यह तो बताओ माना हम बहुत बुरे हैं पर हमारी खता क्या है यह…
तुम्हारा एक एक वचन सत्य है हम बुरे थे, हम बुरे हैं, हम बुरे ही रहेंगे भलाई का चोंगा तो शायद अगले जन्म में पहने…
मेरे दर्द से तुम कभी वाकिफ ना होना मैं अश्रु बहाऊँ तुम कभी ना रोना तुम्हारी आँखों के समंदर मैं अपनी आंखों में ले लूंगी…
तू रहे आबाद कोई गम ना हो तेरी आंखें दर्द से कभी नम ना हो हमनें बहुत देखें हैं अपने जीवन में दुख ईश्वर से…
जब दर्द हद से ज्यादा मिलने लगा अपनों से भी दर्द मिलने लगा तो यह दिल तड़प के रोने लगा किसी से कुछ कह नहीं…
ह्रदय को कितनी चोट पहुंचती है तुम नहीं जानते हम दिल के कमजोर हैं यह भी तुम नहीं जानते हमारी जिंदगी ने कभी हमको खुशी…
तुम्हारे तानों से इस महफिल में आना हमने छोड़ा था पर किसी ने बार-बार विनती की तो हमें आना पड़ा हमने तो कह दिया था…
मैं सोचती थी मेरे जीने से लोगों को खुशी मिलती है पर आज मालूम हुआ कि मेरे मरने से लोगों का एक हुजूम खुश होगा।।
तुम मुझे कभी नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते मेरे दिल को एक बार नहीं बार-बार हो तोड़ते हम सब कुछ भुला कर एक…
तुम्हारे ताने और तुम्हारी बातें कभी बंद ही नहीं होती कितना भी भूलने की कोशिश करूं पर बार-बार ह्रदय कचोटती हैं तुम्हें क्या पता मैंने…
क्या पाना और क्या खोना मैंने तो बस खोया है मां का प्यार बाप का प्यार सब कुछ मैंने खोया है बाबा दादी का सहारा…
हमने जीवन भर ही कांटे वाले बीज बोये और कांटे ही उगाए कभी पुष्पों की अभिलाषा भी ना की, परंतु बगीचे में जाने कहां से…
कैसी कशमकश भरी जिंदगी है अब तो कभी इससे कभी उससे उलझे रहते हैं अपने ऊपर तो कभी ध्यान ही नहीं जाता अपने को हम…
आसान नहीं होता किसी की गलतियों को माफ करना और उसे फिर से अपना लेना आसान नहीं होता अपना पहला प्यार भूल जाना किसी और…
तुम्हारी नाराजगी को मैं हरगिज समझती हूं अपनी गलतियों को भी खूब समझती हूं पर इंसान हूँ गलती तो हो ही जाती है अपनों से…
कोशिश थी परिवर्तन लाने की उसके दिल के करीब जाने की हवा के झोंके ने रुख बदल सा दिया मेरी लाज ने मुझे आज रोक…
घर में आज सन्नाटा है पहले से कुछ जियादा है हर्फ में लफ्ज़ गुम हुए जाते हम अँधेरे में गुम हुए जाते अपनों के होने…
क्या कहूँ कहने को बहुत कुछ है आंखों में तू, दिल में तू है दिल की धड़कनों में आवाज सी आती है सांसें मोम सी…
तू मेरी आदतों की तरह मेरे पास रहता है हो कितना दूर भी मेरे साथ रहता है किस्मत को नामंजूर था हमारा मिलन तू मर…
कोशिश बहुत की तुम मान जाओ दुनिया छोड़ कर मेरे हो जाओ पर किस्मत को कुछ और मंजूर था तुम्हारी लकीरों में तो कोई और…
मेरी दुआ है तुम आबाद रहो खुश रहो, चाहे जहाँ रहो। मेरी हर आरज़ू में तुम हो जहाँ रहो बस खुश रहो।
आरज़ू है दुआओं में मुझे तुम याद रखोगे चाहे खुशी गम हो मुझे तुम याद रखोगे कोई जब बेवफा होकर तुम्हारे दिल को तोड़ेगा तब…
मीठा मीठा बोलना भूल गए तुम क्यों मुझसे प्यार जताना भूल गए तुम क्यों आखिर किन बातों में तुम आ गए अंधे बहरे की बातों…
सुन्दर से परिवार में जब तक खटास ना डालो हजम कहाँ होता है कोई है जो मुझे देखकर खुश कहाँ होता है सीने पर जिसके…
आज खुश तो बहुत होगे तुम आखिर बो ही दिया तुमने नफरत का बीच उगल दिया अपनी जुबान का विष स्वयं को स्वयंभू समझते हो…
नींदों की सरगोशी और रात के उजाले यही तो हैं मेरे जीवन के साथी मेरे एकाकीपन के सहारे जिनकी संगत में जिंदगी का एक-एक दिन…
पिता वह दरख्ता है जिसकी छांव में रहकर नन्हे-मुन्ने पौधे भी जीवित रहते हैं और थके हारे राहगीर उसकी ठंडी छांव में आराम पाते हैं…
मां की ममता का कोई मोल नहीं, _________________________ कुदरत के नवाजे इस तोहफ़े से कोई तोहफा अनमोल नहीं।
तुम्हारी बातें मुझको बहुत याद आती हैं जब भी याद आती हैं दिल के तार छेंड़ जाती हैं जब कभी तुम दिल की गलियों से…
कोशिश करने से सदा बनते बिगड़े काम सृजनात्मक बुद्धि वाले नहीं करते हैं आराम नहीं करते हैं आराम कुछ ना कुछ सृजन करते हैं परिश्रम…
लुटा हुआ वर्चस्व है लुटा हुआ संसार यह सब देख के नेता जी आए मेरे द्वार आए मेरे द्वार धोती बांधे बांधे होठों पर मुस्कान…
Please confirm you want to block this member.
You will no longer be able to:
Please note: This action will also remove this member from your connections and send a report to the site admin. Please allow a few minutes for this process to complete.