बरसात
जब हुई आँखों से, अश्कों की बरसात। तब याद है मुझे,थी वो बरसात की रात।। »
सोते समय तुम हमें याद करना दवा नींद की बन सुकूँ-चैन देंगे। अगर स्वप्न में दिख गए आपको हम, आवाज देना, मुस्कान देंगे। »
अगर तुम होते तो और उम्मीद होती जीने की ————————————————– बहाने चार होते दुनिया से दिल लगाने के| »
जो मेरा जिक्र किया करता था वो ही मेरी फिक्र किया करता था हम उसकी कद्र किया करते थे वो मेरी कद्र किया करता था »
तुम नहीं हो तो कुछ भी अच्छा नहीं लगता तन्हाई से निकलने का रस्ता नहीं मिलता गुजरा जाता है यूं तो दिन धीरे-धीरे पर जिन्दगी तुझ बिन बिताना अच्छा नहीं लगता… »
तुम नहीं हो तो कुछ भी अच्छा नहीं लगता तन्हाई से निकलने का रस्ता नहीं मिलता गुजरा जाता है यूं तो दिन धीरे-धीरे पर जिन्दगी तुझ बिन बिताना अच्छा नहीं लगता… »
हम तुम्हें भूल गये! यह गलतफहमी पालकर बैठे थे एक दिन आ गये तुम अचानक सामने तब से दिल हार कर बैठे हैं.. »
दिल फेंक आशिक़, सड़क पे अक्सर मिल ही जाते है। गर बोलो दो मीठी बातें तो, जल्द ही मजनू बन जाते है।। »
चारो दिशाओं में आज मतलबी इंसान बसते है। तभी तो आज हमारे मन में नफरत ही पलते है।। »
मैं दोस्तों के अंजुमन में, अर्शे बाद आया हूँ। खुद को थाम लीजिए मैं फिर वही दिल लाया हूँ।। »
हम उऩ पलों को याद करते हैं खाली-खाली जब अपने दिल को पाते हैं.. बरस पड़ता है आँखों से पानी जब तुम्हारी मीठी बातों को याद करते हैं.. »
राज मत पूछो उन्हें क्यों चाहता है दिल गर बता देंगे हकीकत आप भी जाओगे हिल। इसलिए होंठो को हमने अब दिया है सिल, ताकि भरते घाव कोई फिर न पाये छिल। डॉ0 सतीश पाण्डेय »
जरूरी नहीं हम अपने गमों की नुमाइश करें जो दिल में है वो जग जाहिर करें जिसे समझना है मेरी तकलीफों को वो यूँ ही समझ सकता है मापने के लिए मेरा दर्द मेरी कविताएं पढ़ सकता है| »
Ek-tarfa mohabbat ka rukh kuch Iss kadar hua ki, Wo humein paakr aabaad ho gaye… Aur hum unhe paakr barbaad ho gaye… #Sheetal »
रात और दिन का मिलन साँझ है सखी, कब मिलोगे टकटकी में आंख है सखी। आ रही है रात दूर जा रहा दिन खोल कर कपाट दिल के झाँक ले सखी। »
करें कितनी भी कोशिश तेरे दिल में समाने की, सोंचना ही गलत है जगह तेरे दिल में बनाने की| मार खाओगे मुझसे बात ये सोंची जो तुमने, मुझकों छोड़कर किसी और की बाहों में जाने की | »
दीदार बिन यार के महफिल अधूरी है हर किसी की प्यार बिन जिन्दगी अधूरी है मिल जाए चाहे मुझको जन्नत की हुकूमत भी ! मेरे यार के बिन प्यार के ये प्रज्ञा* अधूरी है|| »
मेरी सोंच में आत्मविश्वास की महक है इरादों में हौसलों की चहक है और नीयत में है सच्चाई की मिठास इसीलिए मेरी जिन्दगी है एक महकता गुलाब.. »
शिकवा करते-करते हम तुझको हार बैठे हैं पहले दिल हार बैठे थे अब जान हार बैठे हैं तुम्हारी बेवफाई से हम अपनी बस्ती उजाड़ बैठे हैं »
कामयाबी का जुनून है मुझे फिर मुश्किलों की मजाल है जो मुझे रोंक पाएं मंजिल तक पहुँचने से… »
फूल से कोमल होते हैं रिश्ते हरी डाल की तरह लचीले होते हैं रिश्ते बहुत सम्भाल कर रखना पड़ता है इन्हें वर्ना शीशे की तरह टूट जाते हैं रिश्ते.. »
कुछ शर्ते लाती है, ज़िन्दगी की हर सुबह और कुछ तजुर्बे देकर, सांझ चली जाती है.. *****✍️गीता »
शांत बह रही सरिता में पत्थर न मारिये, कर सको तो आप भी स्नान कीजिये, अन्यथा किनारे की शीतल पवन का आनन्द लीजिए। »
न जा सकोगे गली से चुरा नजर हमसे, गली दबा देंगे, अगर यूँ जाओगे। नजरअंदाज कर हमारी चौखट को, दो कदम भी बढ़ा न पाओगे। »
इरादे नेक रखते हैं सभी को प्रेम करते हैं वही दिल को दुःखाते हैं जो हमारे दिल में रहते हैं »
कौन कहता है कि दूरियाँ सिर्फ मीटरों में मापी जाती हैं ********************************** कभी-कभी तो खुद से मिलने में भी एक उम्र बीत जाती है… »
शब्द और सोंच दोंनो ने बढ़ा दिये फासले ********************************** क्योंकि कभी हम समझ नहीं पाए और कभी समझा ही नहीं पाए… »
दिल का भवन तो आपका बेहद सजीला है, फटे से पांव रखने में मुझे लज्जा सी आती है। ******************* आप हो सामने तो मुस्कुराहट छुप सी जाती है मगर भीतर ही भीतर से तराना गुनगुनाती है। »
क्यों हुस्न पर मरते हो साहब दिल की दरिया मे भी तो उतर कर देखो!! हम सांवली रंग वालों में भी बड़ी शिरत होती है कभी सूरत से परे होकर तो देखो!!💃 »
न फंसना जाल में उनके गिराना चाहते हैं जो प्यार तुम भी लुटा देना, बढ़ाना चाहते हैं जो। »
सोचती हूं कि किसी दिन ऐसा चमत्कार होता रात अमावस कि होती ,मेरा चांद मेरे साथ होता। पल्लवी जोशी »
उम्र और जिंदगी में फर्क:- —————————— उम्र वो है दोस्तों जो बीते अपनों के बिना, ******************************* जिंदगी वो है जो अपनों के साये में गुजरती है| »
उन्हें हमारी मौजूदगी से परहेज होने लगा हमें यह जैसे ही समझ आया हम मुस्कुरा के चल दिए…. »
जाहिर ना होने देंगे हम अपने दर्द को, तुम समझ ना सको तो कैसे हमदर्द हो ! »
ओस की चंद बूंदे, इधर भी दे-दे, ए खुदा वीरान मेरे दिल की, ज़मीन पड़ी है ।। *****✍️गीता »