महेश गुप्ता जौनपुरी
यशोदा प्यारे कृष्ण
August 8, 2020 in Poetry on Picture Contest
यशोदा प्यारे कृष्ण
कहें यशोदा मैया कान पकड़ कान्हा से
तंग हुई मैं लल्ला अब तेरे शरारत से
सुनो लल्ला माखन चोरी की आदत छोड़ो
मेरे प्यारे कृष्ण मुरारी मटकी ना फोड़ों
छूप-छूप कर तुने सारे माखन हैं खाये
दही माखन को तुने घर में है गिराये
मेरे लल्ला अब सारी मस्ती तो छोड़ो
मेरे प्यारे कृष्ण मुरारी मटकी ना फोड़ों
बहुत किया है तंग मुझे माखन गिराकर
भोली भाली सूरत बना इठलाकर
सुनो लल्ला मथनी रस्सी अब ना तोड़ो
मेरे प्यारे कृष्ण मुरारी मटकी ना फोड़ों
गली मोहल्ले में तुने तंग किया है सबको
अपनी मर्जी करके परेशान किया है मुझको
मान जा कहना मेरा अब जिद छोड़ो
मेरे प्यारे कृष्ण मुरारी मटकी ना फोड़ों
महेश गुप्ता जौनपुरी
गनापुर अजोसी मड़ियाहू जौनपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल – 9918845864
हारा प्राणी
July 12, 2020 in मुक्तक
हारा प्राणी
हारा प्राणी धूल चटाता,
जीता प्राणी टेस में जीता।
जागरूक हमेशा लड़ता है,
हालातों से कभी नहीं घबराता।।
✍ महेश गुप्ता जौनपुरी
दिल का सुनो
July 12, 2020 in मुक्तक
दिल की सुनो दिल से करो बात,
इंसानियत को जगाओ मित्र करो ना रात।
रब से करो तुम अपने दुख का फरियाद,
अपने प्यार को लुटा नफरत को दो मात।।
✍महेश गुप्ता जौनपुरी
साक्षात्कार
July 10, 2020 in मुक्तक
आतंकी गुंडे मवालियों का जात धर्म नहीं होता,
सपनों में भी हत्यारो से अच्छा कर्म नहीं होता।
गुंडे बदमाश के लिए आलाप कढ़ाने वाले आस्तीन,
जाहिलो के लिए दिल में कोई मर्म नहीं होता।।
दिल का सुन
June 21, 2020 in हिन्दी-उर्दू कविता
दिल का हाल
काश तुम मेरे संग चलते।
काश तुम मेरे रंग में ढ़लते।।
काश तुम मेरे होंठों के मुस्कान बनते।
काश तुम मेरे प्यारे से मेहमान बनते।।
काश तुम मेरे सपनों के नाल बनते।
काश तुम मेरे दिल का हाल सुनते।।
काश तुम मेरे जज़्बात बनते।
काश तुम मेरे सरताज बनते।।
काश तुम मेरे सपनों का सौदागर बनते।
काश तुम मेरे शब्दों के अलंकार बनते।।
काश तुम मेरे अहर्निश के ढ़ाल बनते।
काश तुम मेरे दिल का हाल सुनते।।
काश तुम मेरे गले का हार बनते।
काश तुम मेरे तन मन को उजागर करते।।
काश तुम मेरे बुराई के कहर बनते।
काश तुम मेरे दिल के गहराई के भंवर बनते।।
काश तुम मेरे जीवन में भाल बनते।
काश तुम मेरे दिल का हाल सुनते।।
काश तुम मेरे दुआ अरदास बनते।
काश तुम मेरे जिस्म के सांस बनते।।
काश तुम मेरे नवीन ख्वाब बनते।
काश तुम मेरे हकिकत के नबाब बनते।।
काश तुम मेरे अकेलेपन का शूल बनते।
काश तुम मेरे दिल का हाल सुनते।।
महेश गुप्ता जौनपुरी
गनापुर मड़ियाहूं जौनपुर उत्तर प्रदेश
योग दिवश पर विशेष
June 21, 2020 in Other
योग के अलौकिक गुणों के माध्यम से कोरोना को दें मात
रोगी के शरीर को योग के माध्यम से धीरे धीरे रोग मुक्त कर दें उसे हम योग कहते हैं योग के कई परिभाषा हैं। योग बहुत ही प्राचीन एवं धार्मिक पध्दति हैं जिसका उल्लेख वेद पुराणों में भी मिलता हैं। योग के दम पर ही हमारे ऋषि महात्मा अपने शरीर को रोगमुक्त एवं बलशाली बनाते थे जिसके बल पर ऋषि मुनि वर्षों तक जीवित रहते थे। योग एक ऐंसा साधन है जिसे निरन्तर करने से मनुष्य अपने शरीर को स्वस्थ एवं निरोगी रख सकता हैं और साथ ही साथ अपने मन को शांत व चंचल (स्फुर्ति) बना सकता हैं। अगर नियमित रूप से योग को अपने दिनचर्या में शामिल किया जाये तो भारत में रोगीयों का स्तर कम हो सकता है। इस समय तमाम तरह के विषाणु (वाइरस), बैक्टेरिया का जन्म हो रहा हैं जो मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही घातक सिद्ध हो रहें है। इस समय कोरोना जैसे वाइरस से पुरा विश्व परेशान हैं कोरोना को मात देने के लिए अलग-अलग प्रकार के वैक्सीन भी तैयार किये जा रहें हैं वहीं भारत में भी कोरोना से बचने के लिए वैज्ञानिक एवं योग पद्धति का सहारा लिया जा रहा है। भारत सरकार एवं अन्य विदेशी राज्य अलग अलग पद्धति से कोरोना का उपचार करने व ढुढ़ने में लगे हैं। लेकिन कोरोना को योग के माध्यम से भारत में सफलता मिलते दिख रहा हैं। योग साधना करने से कोरोना को मात दिया जा सकता हैं। हमारे देश में कई योग गुरु निरन्तर कोरोना से बचने के लिए लड़ने के लिए योग करने का सलाह दें रहें हैं। योग गुरु बाबा रामदेव भी भारत देश के साथ-साथ पुरे विश्व के लोगों को योग के तौर तरीके से अवगत करा रहें हैं जिससे योग के कुछ स्टेप्स जो कोरोना के लिए बेहद कारगर साबित हो रहें है जिसे लोग आजमाकर अपने जीवन शैली में बदलाव कर सकें। मौजूदा हाल में जब तक कोई वैक्सिन नहीं आ जाता तब तक योग के ही माध्यम से कोरोना वाइरस को मात देने में सफल हो सकते हैं। कोरोना वाइरस के लिए अपना इम्यून पावर मजबूत करने के लिए हमें उष्ट्रासन,धनुरासन,सुप्त बध्द (लेटकर) कोणासन, अनुलोम-विलोम,कुभंक एवं सूर्य नमस्कार करना चाहिए। इन सभी योग को करने से हमारे शरीर में एक अलग प्रकार का खिंचाव आता हैं जिससे शरीर का अंग तेजी से कार्य करने लगता हैं जिसके कारण हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के क्रिया-कलाप होने के कारण स्प्लीन छाती के ऊपरी वाला भाग जो हमारे शरीर का रक्षा करता हैं व फेफड़े को एक आवरण की तरह सुरक्षा प्रदान करता हैं एवं हमारे शरीर के लिम्फ नोड्स एक्टिव रहते हैं लिम्फ नोड्स अपने तरल पदार्थ के साथ टी-सेल और बी-सेल को लेकर बाहरी वातावरण के वाइरस व हानिकारक जर्म्स से लड़ने में सहायक होते है। एंव शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में हमारा मदद करता हैं। इन सब योग को करने से हमारा थाइमस ग्रंथि भी एक्टिव रहता हैं थाइमस ग्रंथि गर्दन के नीचले हिस्से एवं छाती के ऊपरी भाग पर स्थित होता हैं जो एक प्रकार का महत्वपूर्ण हारमोन श्रावित करता हैं। उस हार्मोन से हमारे इम्यून सिस्टम को बुस्ट करने में मदद मिलता हैं एवं शरीर हमारा खतरनाक वाइरस एवं बैक्टेरिया से लड़ने में सक्षम हो जाता हैं। अभी हाल में ही योग के माध्यम से कोरोना वाइरस को मात देने के लिए उन मरीजों को शामिल किया गया जो कोरोना पाज़िटिव थे उन्हें नियमित तीन घण्टे योग करने का सलाह दिया गया। आइसोलेशन में रहते हुए कोरोना संक्रमित मरीज योग के माध्यम से कोरोना का जंग जीत कर अपने आप को स्वस्थ्य एवं निरोगी बना लिए जिसे देख डॉक्टर भी दंग रह गये। इस पध्दति को अपनाकर बहुत से डाक्टर कोरोना मरीजों का उपचार करने में लगे हैं अगर सभी लोग योग साधना करना आरम्भ कर दें तो भारत कोरोना को मात देने में काफी हद तक सफल हो सकता हैं। योग हमारे जीवन में सबसे बढ़िया विकल्प हैं अपने आपको स्वस्थ एवं निरोगी रखने के लिए कोरोना जैसी महामारी को हराने के लिए हमें देश के समस्त लोगों को योग के प्रति जागरूक करना होगा एवं अपने परिवार एवं मित्रों को योग से जोड़ना होगा और योग के अलौकिक गुणों के बारे में विस्तार से बताना होगा।
महेश गुप्ता जौनपुरी
मां सरस्वती
June 21, 2020 in मुक्तक
हे मां शारदे करो मेरा अभिनन्दन स्वीकार,
अज्ञानता को दूर कर करो मातृ हम पर उपकार।
हाथ जोड़ विनती करूं शीश झुका करूं प्रणाम,
नव कण्ठ स्वर चेतना का भर दो मां शारदे भण्डार।।
✍महेश गुप्ता जौनपुरी
सुशांत सिंह राजपूत
June 17, 2020 in हिन्दी-उर्दू कविता
कलाकार सुशांत
बालीवुड का गलीयारा बिखरा
चरों तरफ सन्नाटा पसरा
रो रो कर फैन्स का हाल हुआ
एक कलाकार का शोषण हुआ
क्या वजह था तुम हार गये
सुशांत सिंह क्यो तुम चले गये
लड़ते लड़ते क्यो हार गये
अपनों से क्यों तुम दूर गये
एक्टिंग को अपने मार गये
जालिमों के करतुतों को पहचान गये
क्या वजह था तुम हार गये
सुशांत सिंह क्यो तुम चले गये
चकाचौंध में पागल हुआ बालीवुड
परिवारवाद बना अब बालीवुड
कलाकार कला को मार रहा हैं
पैसे के नशें में कला को दुत्कार रहा हैं
क्या वजह था तुम हार गये
सुशांत सिंह क्यो तुम चले गये
महेश गुप्ता जौनपुरी
ओस की बूंद
June 17, 2020 in मुक्तक
ओस की बूंद चाटकर,
हवा वंसती को खाकर।
हरियाली का दामन पकड़,
खुशी का प्यारे इजहार कर।।
✍महेश गुप्ता जौनपुरी
हवा का झोंका
June 17, 2020 in मुक्तक
हवा का झोंका प्यार का एहसास कराता,
ओंस की बूंद तन मन में आग लगाता।
हरियाली खेतों की तराशे तुझे सनम,
बसंती झोंका खुशीयों का गीत सुनाता।।
महेश गुप्ता जौनपुरी
आंखों से आंखें
June 15, 2020 in मुक्तक
आंखों से आंखें जब मिल जाती,
प्यार का बिगुल दिल में बज जाती।
इशारों की बातें जब जेहन में उतरती,
आंखें गड़ाएं नजरें शनम को ढुढ़ती।।
✍महेश गुप्ता जौनपुरी
पंच परमेश्वर
June 15, 2020 in मुक्तक
पंच परमेश्वर का राय सदैव लेकर,
करते रहना सत्य का अभिषेख।
झूठे मक्कार को बेनकाब करके,
लिखते रहना तुम सच्चाई पर लेख।।
✍महेश गुप्ता जौनपुरी
आंख में मिचोली
June 15, 2020 in मुक्तक
आंख में मिचोली बहुत हुआ,
थाम लो अब मेरा तुम हाथ।
प्रेम डगर बहुत कठिन है सनम,
हाथों में हाथ लेकर चूम लो माथ।।
✍ महेश गुप्ता जौनपुरी
प्रेम पथिक
June 15, 2020 in मुक्तक
प्रेम पथिक जब चलते राहों में,
पाकर ही लौटते प्रेमी राहों को।
गली मोहल्ले का नाम पता कर,
चूम लेते कांटेदार शाखाओं को।।
✍महेश गुप्ता जौनपुरी
दिल का तड़पना
June 15, 2020 in मुक्तक
प्रेम में दिल का तड़पना होता है,
अपने प्रीति को पाने का चाह होता है।
दर्द लोक लाज सब बिसरा कर,
प्रेमी खुद को पागल आवारा समझता है।।
✍महेश गुप्ता जौनपुरी
बेकार से बेगार
June 15, 2020 in मुक्तक
बेकार से बेगार भली ये जिंदगी,
रहम से भली बिखर जाये ये जिंदगी।
ताने बाने सुनना मेरा आदत नहीं दोस्त,
खुद को झुकना वसूल नहीं मेरी जिंदगी।।
✍महेश गुप्ता जौनपुरी
कोरोना महामारी
June 15, 2020 in मुक्तक
कोरोना महामारी नहीं बहाना है,
मनु समझो बात को यह जानलेवा है।
हंसी-मजाक में ना लो इस वैश्विक महामारी को,
सारी दुनिया इस समय कोरोना से हारी है।।
✍महेश गुप्ता जौनपुरी