कबाड़वाला

May 1, 2021 in हिन्दी-उर्दू कविता

घर मे रद्दी सामान
जब इकट्ठा हो जाता है
तब कबाड़ वाला आता है
रद्दी सामान ले जाता है
कबाड़ वाले सुनो, सुनो
अनचाहे हमारे मन मस्तिष्क में भी
रद्दी सामान इक्कठा हो गया है
इनको भी लेते जाओ
मत देना दाम
यह रद्धी सामान हमे दीमक की तरह
खाए जा रहा है
ढोलक की तरह बजाए जा रहा है
कहा कबाड़वाले ने
हो जाएगा काम
बदले में दूँगा दाम
क्यूँकि बाजार में इसकी ही
मांग है
आज कल

आजाद की सुन ले

May 1, 2021 in शेर-ओ-शायरी

बापू की नहीं सुनते आजाद की सुन ले
तू है गुलाब तो काँटे सभी चुन ले
नरम गरम दल में अब एकता हुई
अब नाश हो आतंक का चलना है ये धुन ले
)(2)
एककीस्वी सदी की भारत की फौज है
दुश्मन तनाव में भारत में मौज है
संयुक्त राष्ट्र संघ भी लोहा है मानता
घबड़ा रहा है देखो जो आधुनिक डालहौज है
(3)
भारत किसी भी मुल्क से कमजोर नहीं है
जो बाँध दे सीमा में ऎसी डोर नहीं है
मारेंगे घर में घुसकर नारा नया दिया
दुश्मन की रात आखिरी अब भोर नहीं है

सफाई कर्मी

May 1, 2021 in हिन्दी-उर्दू कविता

सफाई कर्मी को
देश की सफाई का निर्देश मिला
पहले तो वह सकुचाया
फिर हँसा खिलखिला
सफाई करने से पहले वह देश के दलालों
से मिला
झटपट झाडू उठाया और शुरु हुआ
सफाई का सिलसिला
दलालों ने कहा
हमे भी कुछ खिला और पिला
फिर जारी रखना
सफाई का सिलसिला
सफाई कर्मी ने पहले कुछ इंसानो को हटाया
गरीबों को मारकार गरीबी हटाया
धरती के उपहारों पर
झाडू चलाया
कूड़ा दान के माध्यम से
बेंच खाया
और अधिकारी से
अपनी मजदूरी पाया
निरीक्षण करने जब अधिकारी आया

महाभारत के पात्र

May 1, 2021 in हिन्दी-उर्दू कविता

घर से लेकर देश तक महाभारत के पात्र नजर आते हैं
बहुत कम है लोग जो कृष्ण और अर्जुन की भूमिका निभाते हैं
करवाते हैं लोग गीता रामायण के पाठ शुभारंभ में
बैठा है हृदय में रावण को छिपाते हैं
शोषण की कला सीख कर आते हैं संस्थानों से
गरीबों के पाँव धरती में धंसते जाते हैं
नौजवानों के हाथ बेकार है इंतजार में
परीक्षाये देते हैं हर रोज मगर परिणाम नहीं आते हैं
तन मन मस्तिष्क की भूख से अंधे हुए लोग
जीविकोपार्जन के नाजायज तरीके अपनाते हैं
अपराध बढ़ रहे हैं चहुँ ओर लगातार
अपराधी कानून को तमाचा मार जाते हैं
महाभारत से जैसे हुआ है सबका नाश
करना नहीं दुर्योधन श्री कृष्ण यह समझाते हैं

श्रमिक

May 1, 2021 in हिन्दी-उर्दू कविता

ईमानदारी से
करते हैं श्रम
ये है श्रमिक
जितनी प्रशंसा करे
उतना है कम
ऊँची ऊँची इमारतें बनाते हैं
सड़क पुल बनाते हैं सुधारते हैं
करते हैं खून पसीना एक
अपने परिश्रम से
दो वक्त की रोजी रोटी
जुटाते हैं
प्रतियोगिता के इस दौर में
बहुत पिछड़ जाते हैं
इनका भी है महत्व
नीव के पत्थर की तरह
पहचान बनाते हैं
करते हैं परिश्रम और
स्वास्थ्य लाभ का
उपहार पाते हैं
गंदगी का शिकार हो रही
धरती पर झाडू चलाते हैं
इनके सम्मान में
श्रमिक दिवस
मनाते हैं

मत कर गोलीबारी

May 1, 2021 in शेर-ओ-शायरी

मत कर सीमा में गोली बारी शेर सोते नहीं हैं
पल भर में करेंगे शिकार कमजोर होते नहीं हैं
मिटकर भी धरा में आने नहीं दे आँच
इस मुल्क में आतंक बीज बोते नहीं हैं

शहीदों से सीख लो

May 1, 2021 in शेर-ओ-शायरी

शहीदों से सीख लो नेता जी देश को बचाना
आतंक का समूल नाश करने वाली नीति बनाना
कब तक सैनिकों की पत्नियां विधवा बनेगी
सैनिक बचाते हैं देश तुम सैनिकों को बचाना

शहीदों के स्मारक

May 1, 2021 in शेर-ओ-शायरी

शहीदों के स्मारक हमे याद दिलाते हैं
प्राण न्योछावर कर के जो देश बचाते हैं
भूल सकते हम नहीं आप की कुरवनियो को
श्रद्धा सुमन में दुश्मनों की लाशें चढ़ाते हैं

आतंक पालने वाले

May 1, 2021 in शेर-ओ-शायरी

आतंक को पालने वाले मत हमे आँख दिखाओ
घुन की तरह खोखला कर रहे हैं तुम्हें बचाओ
मानवता के लिए अभिशाप है आतंकवाद
जरा भी मानवता हो तो इसे दुनिया से हटाओ

आतंकवाद

May 1, 2021 in शेर-ओ-शायरी

आतंक के पालने में जो मुल्क झूल रहा है
अंत उसका है निश्चित ये भूल रहा है
कायरों ने हमले किए भारत में कई बार
शर्मिंदा होने के बजाय कबूल रहा है

वीर सैनिक

April 30, 2021 in शेर-ओ-शायरी

देश की सीमा में तैनात होकर बगुला सा ध्यान लगाते हैं
आतंक की मछहालियो को वन्दूख की गोलियाँ से चबाते हैं
मुस्कुराते रहे मेरे देश के सब लोग सदा
देश की आन बान और शान के लिए सर्वस्व न्योछावर कर जाते हैं

वीर सैनिकों

April 30, 2021 in शेर-ओ-शायरी

देश के वीर सैनिको नमन है तुम्हारे वलिदान को
तुम भारत के सपूत हो भारत के अभिमान हो
शरहद की हिमालय के जैसे शोभा बढ़ाने वाले
कवियों की कलम ललचाती है तुम्हारे गुणगान को

चेतावनी

April 30, 2021 in शेर-ओ-शायरी

सदियों से भारत अहिंसा का पुजारी है
खोएंगे नहीं इसको ये विरासत हमारी है
अगर आक्रमण करेंगे कमजोरी समझ कर
हमारी फौज ने भी कर रखी पूरी तैयारी है

भारत की सेना

April 30, 2021 in शेर-ओ-शायरी

दुश्मनों ने आक्रमण देश मे कई बार किया है
हर बार जिसने दुश्मन को करारी हार दिया है
जला कर राख कर देंगे दुश्मन के इरादो को
भारत की सेना ने सीमा से ललकार दिया है

भारत माता की शान

April 30, 2021 in शेर-ओ-शायरी

देश की सीमा में खड़ा जवान हो
या खेत की मेड़ में खड़ा किसान हो
वंदन करते हैं कर जोड़ कर तुम्हारा
तुम दोनों भारत माता की शान हो

ईश स्मरण

April 30, 2021 in शेर-ओ-शायरी

मत भूलना भगवान् को वही सबका रखवाला है
उसकी ही इच्छा से कहीं अंधेरा तो कही उजाला है
पाया है जो भी तूने करना नहीं अभिमान
ईश्वर का स्मरण बुराइयों से बचाने वाला है

ईश वंदना

April 30, 2021 in गीत

आइए शुद्ध भावो से प्रार्थना करे
किसी भी मुसीबत से हम ना डरे
हो क्रपा आपकी हम पे इतनी सदा
स्मरण ईश की हर घड़ी हम करे
हर बुराई से बचते बचाते हुए
बन के सेवक दुखों का हरण हम करे
पथ में सुख दुख के जो भी साथी मिले
प्रेम संगीत उनके ह्रदय में भरे
हम कभी भी मानवता को भूले नहीं
दवा और दुआ से हम पीड़ा हरे
धर्म इंसानियत का है सबसे बड़ा
ईर्ष्या दंभ के भाव से ना भरे
सबका सुख दुख सदा बांटने के लिए
नौका बन के नदी में चले सब तरे
आइए शुद्ध भावो से प्रार्थना करे

किस्से

April 30, 2021 in शेर-ओ-शायरी

मानवता को शर्मसार करने वाले किस्से सुनाए जाते हैं
लोग सुनते हैं सुनाते हैं और मन को बहलाते हैं
सांसो के लिए लगी है कई लंबी कतार
असहाय बना अपनो को दम तोड़ जाते हैं

हे प्रभु

April 30, 2021 in शेर-ओ-शायरी

ध्यान में हे प्रभो आप आते रहे
भूल जाए ना याद दिलाते रहे
हम जो गिर जाय रास्ते में चलते हुए
अपनी आदत से हमको उठाते रहे

दुनिया

April 30, 2021 in शेर-ओ-शायरी

ए दुनिया तुम बड़ी खूबसूरत हो
हम तुम्हारी और तुम हमारी जरूरत हो
बनाया है जिसने भी दुनिया को
दिल के मंदिर में बैठी एक मूरत हो

घबराओ मत

April 30, 2021 in शेर-ओ-शायरी

घबराओ मत ये मौसम का बदलाव है
बरस लेने दो उन्हें अभी मिलनी शीतल छाँव है
मुकाबला करो हर परिस्थिति का डटकर
असंभव को संभव बनाना मानव का स्वभाव है

कौन है

April 29, 2021 in शेर-ओ-शायरी

बनी है जेल गुनाहगारों के लिए मगर जाता कौन है
जाते भी हैं दो चार तो इन्हें छुडाता कौन है
बीत जाते हैं कई साल फैसला आने मे
बताओ तो सही हमारे भाग्य का विधाता कौन है

रिवाज

April 29, 2021 in शेर-ओ-शायरी

अपनाते हैं बुरी राह जो उनके दोस्त कई बन जाते हैं
सांच की राह चलने वाले खुद को अकेला पाते हैं
हर गुनाह को अच्छा कहने का रिवाज चला है
मारे जाते हैं वो लोग जो हां में हां नहीं मिलाते हैं

बदलाव

April 29, 2021 in शेर-ओ-शायरी

गाय को बनवास देकर कुत्तों को पालने लगे
कचडा की तरह बैल को घर से निकालने लगे
मुर्गी मछहली और बकरियों को दाना खिलाते
मांस के धंधा से घर और उदर को सम्हालने लगे

हादसा

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

आज शादी हुई कल तलाक हो गया
विवाह संस्कार का मजाक हो गया
राम सीता के जैसी थी जोड़ी बनी
हादसा ये बड़ा शर्मनाक हो गया

धर्म

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

मुल्क में दहशत का माहौल मत बनाओ
बेईमानी छोड़ो और ईमान से कमाओ
धर्म को मानो अधिकार है सबको
मगर धर्म का धंधा इस कदर ना चलाओ

लाल बत्ती

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

ईश्वर ने आदमी को उसकी औकात दिखाया है
नास्तिक हो रहे थे जो उनको आस्तिक बनाया है
रुक जा मुसाफिर कोरोना की ट्रेन जा रही है
दुनिया के स्टेशन में लाल बत्ती को जलाया है

इस दौर में

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

झूठ की फसल बोई और सच की तलाश जारी है
अत्याचार की आज कल की दुनिया पुजारी है
उठाता नहीं कोई जुल्म के विरुद्ध आवाज
अविश्वास के इस दौर में जीने की लाचारी है

खेल

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

देते हो सब कुछ फिर सब कुछ ले जाते हो
इस खेल से भगवान् आप कौन सा सुख पाते हो
जब बना ही दिया खिलाड़ी तो खेलने की शक्ति दो
दुख देके आप हमको अपनी याद ही दिलाते हो

जलन

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

जलने का ही शौक है तो दीपक की तरह जलो
अंधेरा दूर करदे अपना और अपनो का चलो
प्रेम के मार्ग की दीवार है जलन वह
उन्नति के पादप के नीचे छाँव सा पलों

त्योहार

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

सूरज को देखकर फूल सब खिल जाते हैं
उन्नति करता है वह देश जहां लोग घुल मिल जाते हैं
नफरत ओ को दूर करते हैं त्योहार
जब होली और ईद एक साथ हम मनाते हैं

हिम्मत

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

असफल वही होते हैं जो हिम्मत हार जाते हैं
हिम्मत की कुंजी लेकर ही सफलता के द्वार जाते हैं
संकटों को पीठ मत दिखाओ करो सामना
गोता लगा कर समुद्र के तल से मोतियों के उपहार लाते हैं

प्रयास

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

करते रहो प्रयास यूं ही कुछ पाने के लिए
मिली नहीं जिंदगी व्यर्थ में गवाने के लिए
जानवर भी अपना पेट भरना जानते हैं
जीने के लिए खाओ मत जिओ खाने के लिए

युद्ध का मैदान

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

युद्ध के मैदान में खड़े होकर मत सोचो भाग जाने की

जितना जल्दी हो सके कोशिश करो j
जाग जाने की
भले ना हो कृष्ण मगर तुम अर्जुन सा मानकर

केवल कर्म में अधिकार है कोशिश करो इस उक्ति को अपनाने की

आशा

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

आप के खेत में निराशा की घास उग आई है
उखाड़ कर फेक दीजिए ये बड़ी दुखदायी है
मन के तालाब में उतसाह का नीर ना कमे
आशा के फसल की इससे करनी सिंचाई है

इरादा

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

है ये दुनिया तुम्हारी गर इरादा करो
प्रेम करना है सबसे एक वादा करो
आँख मे लक्ष्य की तस्वीर एक रखो
कोशिश हो लगातार ज्यादा करो

गुरु भगवान्

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

आइए करे हम अपने गुरु का सम्मान
जिसने दिया है तीसरी नेत्र सा ग्यान
गोविंद से बड़े है अग्यान हरण करते
सत सत नमन है तुमको हे! गुरु भगवान्

काम

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

जरूरी नहीं है कि वन्दूख लेकर सब देश की सीमा में जाए
देश की ही सेवा है मिली जो जिम्मेदारी है उसे बखूबी निभाए
कोई काम होता नही बड़ा या छोटा मानिए
जूता भी सिले तो रैदास जैसे जगत में अपनी
पहचान बनाए

जिंदगी

April 28, 2021 in शेर-ओ-शायरी

जिंदगी नदी की धारा है जिसमे सुख दुख के किनारे है
आखिर में हम सागर के और सागर हमारे है
मिलते हैं रास्ते में चट्टान और पहाड़
लेकिन बना ले रास्ता मुस्किल से नहीं हारे है

धरती माता कह रही

April 27, 2021 in Poetry on Picture Contest

धरती माता कह रही, संकट मे संसार
रक्षा हो अस्तित्व की, सब मिल करे विचार
धरती माता कह रही, पर्यावरण सुधार
अभी समय है कीजिए, मत कीजै संहार
धरती माता कह रही, छिद्र हुआ ओजोन
ग्लोबल वॉर्मिंग बढ़ रही, दुखी विश्व सब कोन
भारत माता कह रही, मत समझें फुटबाल
पालन अब तक ज्यों किया, वैसे करिए लाल
धरती माता कह रही, बढ़ता नहीं आकार
जनसंख्या की वृद्धि का, करे नियंत्रण सार
धरती माता कह रही, एटम बम की होड़
से प्रथ्वी का अंत है, जल्दी लाओ तोड़
धरती माता कह रही, संसाधन का मोल
समझ खर्च सीमित करो, ग्यान कि गठरी खोल धरती माता कह रही,

चिकित्सक

April 27, 2021 in शेर-ओ-शायरी

चिकित्सक के रूप में धरा पर भगवान् आते हैं
मुरझाए हुए चेहरों पर मुस्कान जो लाते हैं
जिंदगी की जंग लड़ रहे मरीज ने कहा
गिरते हैं हम रास्ते में वो हर बार उठाते हैं

आजादी

April 27, 2021 in शेर-ओ-शायरी

आजादी के लिए हमारे देश भक्तो ने अपना लहू बहाया है
अनगिनत नारियों ने अपनी मांग का सिंदूर मिटाया है

सम्हाल कर रखे पूर्वजों की अनमोल कमाई को
बड़ी मुश्किल से हम सब ने आजादी पाया है

मेरे देश

April 27, 2021 in Other

उम्मीद का दिया जलता रहे
मेरे देश तू फूलता फलता रहे
सबके दिल मे प्रेम की गंगा बहे
रुके ना तेरे पैर यूं ही चलता रहे

हर क्षेत्र में विजयी हो हो जाए तू अमर
झरना के नीर सा सुख पलता रहे

दूर हो अब मुसीबत का साया
सूर्य चंदा के जैसे ही जलता रहे
प्रार्थना है ये परमात्मा से
हर कदम चूमते ये सफलता रहे

कोरोना

April 27, 2021 in Other

धरती के चारो ओर सन्नाटा छाया हुआ है
सावधान सम्हालकार कोरोना आया हुआ है
घर में भी लगाते रहे मास्क साइनएटाजर
मुह दिखाने लायक नहीं अब मुह छिपाया हुआ है

दोस्ती

April 27, 2021 in शेर-ओ-शायरी

दोस्ती होती नहीं कुछ यूँ ही आजमाने के लिए
दोस्ती होती है जन्म जन्मा न्तर तक निभाने के लिए
राम सुग्रीव और कृष्ण सुदामा को देखो
दोस्ती में सौ गुना स्नेह बढ़ाने के लिए

पेड़ लगाए

April 27, 2021 in शेर-ओ-शायरी

आइए आज से हम सब पांच दस पेड़ लगाए
शायद अस्पतालों के चक्कर से बच जाए
बड़ा करे इन्हे संतान की तरह पाल कर
हम भी मुस्कुराए और पेड़ भी मुस्कुराए

नशा (2)

April 27, 2021 in शेर-ओ-शायरी

पीते नहीं शराब हम फिर भी नशा छाया है
हर पल का हिसाब है क्या खोया क्या पाया है
लक्ष्य को हासिल करने का नशा भी जरूरी है
मानव को नशा ने महापुरुष बनाया है

नशा

April 27, 2021 in शेर-ओ-शायरी

नशा मत करो ये नाश का मूल है
इंसान के जीवन की सबसे बड़ी भूल है
तन मन और धन की बर्बादी है ये
इज्जत भी मिल जाती तेरी धूल है

जय हनुमान

April 27, 2021 in ग़ज़ल

अद्वितीय सेवक हैं बल बुद्धि के निधान है
अजर अमर कलयुग के प्रत्यक्ष भगवान् हैं
असुरों के काल और संत जन रखवाले हैं
श्री राम की असीम कृपा का पाया वरदान है
फिर से बेहोश है लक्ष्मण प्रभु कृपा कीजिए
संजीवनी बूटी ला कर बचाना तुम्हें प्राण है
दीन दुखियों के कलयुग में आप ही सहारा है
कुमति का निवारण कर सुमति देते हनुमान हैं
दुनिया को निगल जाए तैयार है सुरसा
बचाओ प्रभु हमको आप कलयुग में भगवान् हैं

कालो के काल

April 27, 2021 in शेर-ओ-शायरी

मुसीबत आई है मगर रोक नहीं पाएगी चाल को
भेदन करना आता है हमे चक्र व्यूह के जाल को
महामारी क्या डराएगी हम सब तैयार है निपटने
करके पूजन रिझाएंगे हम कालो के काल को

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