माँ
परीक्षा हमारी लकिन रात रात भर साथ जागती है वो.
कड़ी धूप में ठंडी छांव है वो
हर कदम पर साथ खड़ी रहती है वो
चोट हमें लगी लेकिन दर्द महसूस पहले करती है वो
बीमार हम हुए दवा बनती है वो
भगवान का दूसरा रूप है वो
वो और कोई नहीं
मेरी प्यारी मां है वो
Such a beautiful poem. It portrays the mother as a divine figure, highlighting her selflessness and the role she plays in the child’s life.