वो गलियाँ
उन गलियों से आज भी गुजरती हूँ मैं जिन गलियों से कभी गुजरता था तू ठहर जाती है नजर वहीं किसी मोड पर शायद आ…
उन गलियों से आज भी गुजरती हूँ मैं जिन गलियों से कभी गुजरता था तू ठहर जाती है नजर वहीं किसी मोड पर शायद आ…
वो झूठ बोल रहा था बहुत सलीके के साथ मैं ऐतबार ना करती तो क्या करती
मंजिल का पता नही फिर भी चलते जा रहे हैं सपने देख देख कर हम मुसकुरा रहे हैं दिल चाहता है पूरे हो जाये ये…
hello friends, कहने को तो प्रतिलिपि पर ये दूसरी कहानी है मेरी लेकिन सही मायनो मे ये मेरी पहली कहानी है क्योकि ये मेरे दिल…
उसके छोडने का अंदाज कुछ ऐसा था मेरे प्यार पर इलज़ाम कुछ ऐसा था ना वजह थी कोई ना बहाना था उसे तो बस मुझे…
तुम आए भी ओर चले गए मोहब्बत की सजा दे ही गए ना इजहार किया ना इकरार किया बस खामोशी से दिल को तार तार…
दर्द को छुपा कर जीना मेरी आदत सी हो गई है भीगी आँखों के साथ मुस्कुराना मेरी आदत सी हो गई है मर चुके है…
Meri jindagi me aake mujhe apna bna ke Usne tode the sare jo kie the vaade
Tu ruthta raha mai har baar tujhe manati rhi Apne dil ki khawaishon ko dil me jalati rhi Ye mukkamal mohabbat ki dastan hi kuch…
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