वीर जवान

हम हैं वीर जवान साथियों
शरहद पे लड़नेवाले।
हमसे देश सुरक्षित हम
नहीं किसी से डरनेवाले।।
भूख-प्यास को छोड़ा
छोड़ा घर परिवार।
देश भक्ति का जज्बा
दिल में छोड़ेगे संसार।।
विनयचंद हम देश के खातिर
वीर लड़ाकू मरनेवाले।
हमसे देश सुरक्षित हम
नहीं किसी से डरनेवाले।।

Related Articles

छोड़ आए हैं

छोड़ आए हैं वो नन्ना सा गांव साथियों सर्दी की धूप पीपल की छांव साथियों याद आता है मासूम सा वो बचपना मेरा जिसे छोड़…

छोड़ आए हैं

छोड़ आए हैं वो नन्ना सा गांव साथियों सर्दी की धूप पीपल की छांव साथियों याद आता है मासूम सा वो बचपना मेरा जिसे छोड़…

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

Responses

New Report

Close