कितना बदल गया हूँ मै
कितना बदल गया हूँ मै .
लग चुके है दाम
बाज़ार में मेरे ईमान के,
बिक गया हूँ मै .
तुम्हारे लिए क्या जिऊंगा मै-
ए दुनिया वालो,
जब खुद की ही जिंदगी से
थक गया हूँ मै .
देखता रहता हूँ
हर वक़्त आईने में अपनी शक्ल,
कितना बदल गया हूँ मै .
behtareen
धन्यवादजी