गाँव में

गाँव में खेत हरे और है खलिहान
गाँव में कूप, नल और है मैदान
गाँव में बाग बन और है किसान

गाँव में है भारत माता के प्राण
गाँव में है कच्ची सड़क कच्चे मकान
गाँव में है धंधा शहर सी दुकान
गाँव में है शुद्ध जल और शुद्ध प्राण
गाँव में है एकता देश की पहचान
गाँव में दया है और धर्म, दान
गाँव में है भोले भाले इंसान
गाँव में है खेल कूद पशु के स्थान
गाँव में है रोजगार और है खदान
गाँव के लोग होते हैं बलवान
गाँव के अन्न मे बस्ते भगवान्
शहर बढ़ी भीड़ गाँव घूमो इन्सान

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

कोरोनवायरस -२०१९” -२

कोरोनवायरस -२०१९” -२ —————————- कोरोनावायरस एक संक्रामक बीमारी है| इसके इलाज की खोज में अभी संपूर्ण देश के वैज्ञानिक खोज में लगे हैं | बीमारी…

जंगे आज़ादी (आजादी की ७०वी वर्षगाँठ के शुभ अवसर पर राष्ट्र को समर्पित)

वर्ष सैकड़ों बीत गये, आज़ादी हमको मिली नहीं लाखों शहीद कुर्बान हुए, आज़ादी हमको मिली नहीं भारत जननी स्वर्ण भूमि पर, बर्बर अत्याचार हुये माता…

अपहरण

” अपहरण “हाथों में तख्ती, गाड़ी पर लाउडस्पीकर, हट्टे -कट्टे, मोटे -पतले, नर- नारी, नौजवानों- बूढ़े लोगों  की भीड़, कुछ पैदल और कुछ दो पहिया वाहन…

Responses

New Report

Close