प्रधानमंत्री जी नरेंद्र मोदी जी की 69 वे जन्मदिवस पर कविता

आसमान में उगता सूरज दिखता है ,
स्वर्णिम भारत का सपना,
फिर सच्चा होता दिखता है।
हुकुमत शाही अफसरों ने त्यागी,
कर्म योग की अब है बारी,
सरकारी तंत्र सुधरता दिखता है ।
स्वर्णिम भारत का सपना फिर सच्चा होता दिखता है ।
स्वच्छता की अलख जगाई ,
योग की महिमा समझाई,
स्वच्छ, स्वस्थ यह देश मेरा अब दिखता है,
स्वर्णिम भारत का सपना ,
फिर सच्चा होता दिखता है ।
भारत जग में आगे बढ़ता दिखता है,
सच में अब तो देश बदलता दिखता है।
स्वर्णिम भारत का सपना फिर सच्चा होता दिखता है ।

निमिषा सिंघल

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