प्रधानमंत्री जी नरेंद्र मोदी जी की 69 वे जन्मदिवस पर कविता

आसमान में उगता सूरज दिखता है ,
स्वर्णिम भारत का सपना,
फिर सच्चा होता दिखता है।
हुकुमत शाही अफसरों ने त्यागी,
कर्म योग की अब है बारी,
सरकारी तंत्र सुधरता दिखता है ।
स्वर्णिम भारत का सपना फिर सच्चा होता दिखता है ।
स्वच्छता की अलख जगाई ,
योग की महिमा समझाई,
स्वच्छ, स्वस्थ यह देश मेरा अब दिखता है,
स्वर्णिम भारत का सपना ,
फिर सच्चा होता दिखता है ।
भारत जग में आगे बढ़ता दिखता है,
सच में अब तो देश बदलता दिखता है।
स्वर्णिम भारत का सपना फिर सच्चा होता दिखता है ।

निमिषा सिंघल

Related Articles

कोरोनवायरस -२०१९” -२

कोरोनवायरस -२०१९” -२ —————————- कोरोनावायरस एक संक्रामक बीमारी है| इसके इलाज की खोज में अभी संपूर्ण देश के वैज्ञानिक खोज में लगे हैं | बीमारी…

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

Swach bharat banyenge

गांधी जी का सपना सच करके हम दिखाएंगे अपने भारत को हम स्वच्छ भारत बनाएंगे साफ-सुथरी गलियां होगी साफ सुथरा होगा गांव साफ सफाई करने…

Responses

+

New Report

Close