Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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हवा
वसंती आयी वसंती आयी देखो देखो वसंती आयी साथ में हरियाली लायी फूलों की महक लायी भौरो को संग लेकर आयी ओंस की बूदो को…
भोजपुरी पारंपरिक होली 6 -दिल्ली मे उड़ेला अबीर |
भोजपुरी पारंपरिक होली 6 -दिल्ली मे उड़ेला अबीर | दिल्ली मे उड़ेला अबीर ,सुना लोग | मोदी जी महनवा छप्पन इंची सिनवा | बदले देशवा…
भोजपुरी होली 6 -दिल्ली मे उड़ेला अबीर |
भोजपुरी होली 6 -दिल्ली मे उड़ेला अबीर | दिल्ली मे उड़ेला अबीर ,सुना लोग | मोदी जी महनवा छप्पन इंची सिनवा | बदले देशवा के…
उम्र लग गई
ख्वाब छोटा-सा था, बस पूरा होने मे उम्र लग गईं! उसके घर का पता मालूम था , बस उसे ढूंढने मे उम्र लग गईं !…
मुठ्ठी भर यादें…
आज कुछ पुरानी सौगात मिली मैंने अपने कमरे की तलाशी ली। तो कुछ किताबें धूल में लिपटी हुई, कुछ खत, कुछ गुलाब के फूल सूखे…
वाह
शुक्रिया
वाह बहुत सुन्दर प्रस्तुति
Nice
Good
सुंदर रचना
वाह
Good
Nice lines
अति सुन्दर