पुर्वी गीत कररवा ये रजऊ

भोजपुरी पूर्वी लोक गीत- कररवा ये रजऊ

कई के कररवा ये रजऊ|
करेजा काहे काढ़ी हो गईला |
पलटी के ना देखला ये करेजउ |
धोखा मे हमके डाली हो गईला |
बोला बोला ये बेईमनवा |
कईला काहे करेजवा कठोर |
देखाई के हमके सपनवा |
बीच भवरा छोड़ी हो गईला |
कई के कररवा ये रजऊ|
सुना सुना ये घटिहउ
छतिया फाटेला हमार |
पकड़ी के हमरो कलईया |
छोड़ी हमरा तू छलिया हो भईला |
कई के कररवा ये रजऊ|
आवा आवा हमरे लगवा आवा |
माना ना बतिया हमार |
भरी अंकवारिया हो हमके |
प्यार हमके खाली हो कईला |
कई के कररवा ये रजऊ|
करेजा काहे काढ़ी हो गईला |

श्याम कुँवर भारती [राजभर] कवि ,लेखक ,गीतकार ,समाजसेवी ,
मोब /वाहत्सप्प्स -995550928

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