कफन भी बाँध लेंगे…
ऐ वतन !
तुझ पर हम अपनी जान लुटा देंगे
तेरे कदमों में आसमां भी झुका देंगे
गर आबरू पर तेरी आँच आई कभी
दुश्मन को हम चीर-फाड़ देंगे
है जुनून हमको तेरी मोहब्बत का
तेरा तिरंगा ओढ़कर जय हिंद बोलेंगे
गर दुश्मन हमारी सरहद पर
आया कभी लड़ने !
तिरंगा क्या हम कफन भी बाँध लेंगे..
बहुत खूब
जय हिंद
धन्यवाद आपका प्रेरणादायक समालोचना हेतु
जय हिंद जय भारत
जय हिन्द
वंदे मातरम्
वतन पर खुद को निछावर कर देने का जज़्बा और जुनून जगाती रचना
धन्यवाद
धन्यवाद