कैसे सहेगी वो…

हे ईश्वर!
उस दिवंगत आत्मा को शांति दे
ममता की घनी छांव आज
उदास हुई
उस माँ की ममता को
शक्ति प्रदान करे
कोख का उजड़ जाना कैसे
सहेगी वो,
भला बेटी बिन अब
कैसे रहेगी वो
काश! ये सिर्फ एक छलावा हो
उस मासूम को अभय दान करे
हे ईश्वर!
उसे शक्ति दे और मन को
शांति प्रदान करे।।

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

बेटी

गांव गांव में मारी जाती, बेटी मां की कोख की, बेटी मां की कोख की, बेटी मां की कोख की।। जूही बेटी, चंपा बेटी, चन्द्रमा…

Responses

New Report

Close