Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
Related Articles
मोर रंग दे बसंती चोला, दाई रंग दे बसंती चोला
ये माटी के खातिर होगे, वीर नारायण बलिदानी जी। ये माटी के खातिर मिट गे , गुर बालक दास ज्ञानी जी॥ आज उही माटी ह…
को बृषभानुलली सम
धवल चन्द्र सम उसका चेहरा । कनक कपोल पे एक तील का पहरा। अरुण अधर अनार कली सम।। भृकुटी कमान नजर शर शोभित । कुहू…
भोजपुरी कविता (श्रिंगार रस )- चित चितवत |
भोजपुरी कविता (श्रिंगार रस )- चित चितवत | चंचल रूप चित चितवत निखरत निरखत नैन हारे | बिजुरी सम चमकत दमकत हिय प्रिय चैन हमारे…
भोजपुरी देवी पचरा गीत- करा तू अंजोर |
भोजपुरी देवी पचरा गीत- करा तू अंजोर | अब नाही अइबु त कब माई अइबु , बलकवा रोवे बड़ी ज़ोर | भारती पुकारे ले अवतू…
भोजपुरी पूर्वी लोक गीत- हमरे काली माई |
भोजपुरी पूर्वी लोक गीत- हमरे काली माई | सबके त दिहलु माई गोदिया स्थनवा | हमरे काली माई | हमके काहे कईलू नजरियो मुहाल |…
nice
Nice
Good
सुन्दर
Wow
V good
Nice
👏👏