Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
Related Articles
ये वक्त भी बीत जाएगा
एक दिन मधुसूदन ने,पार्थ को था विचलित देखा, मन बड़ा व्याकुल और व्यथित देखा, पूछते मधुसूदन,पार्थ!कहो क्या है बात , बोले पार्थ, हे मधुसूदन,ऐसा बतला…
…….गुज़र जाएगा…..
( दुनियां ) एक सोच में डूबी हूँ क्या करूँ और किस काम को छोड़ दूं…. महाकाल , भयावह काल , कोरोना काल का यह…
एक वक़्त वो भी था
पिछले साल की बात 2020 का एक वक़्त वो भी था, एक वक़्त वो भी था, जब हम अजनबी हुआ करते थे, एक वक़्त वो…
रामराज्य का शंखनाद -( एक अद्भुत जीवन्त कविता )
जिस दिन हिंदुत्व का परचम उस अम्बर पर लहराएगा उस दिन भारत की धरती पर श्री राम राज्य आ जाएगा ।। जिस दिन बदला लिया…
दोस्ती से ज्यादा
hello friends, कहने को तो प्रतिलिपि पर ये दूसरी कहानी है मेरी लेकिन सही मायनो मे ये मेरी पहली कहानी है क्योकि ये मेरे दिल…
साइड व्यस्त होने के कारण कविता प्रेषित नहीं हो पाई है,
इसके लिए मैं क्षमा चाहती हूं।
very nice
पंक्ति में उम्मीद की किरण साफ झलक रही है। कविता को आगे बढाने का प्रयत्न करे।