अमर प्रेम कथा

सीता राम की प्रेम कथा,
मोह भरी और गहरा संयोग।
भगवान राम और उनकी पत्नी,
प्यार का प्रतीक और लीला अनूठी।

मिथिला नगरी में जन्मी सीता,
उठी थी वह परिपूर्ण सुंदरता।
रामचंद्र ने विवाह वाचन स्वीकार,
हुआ एक सात्विक प्रेम का उद्घार।

पूरी करने के लिए पिता की मांग,
वनवास जाने का हुआ उपहार।
सीता और राम ने वन में निवास,
जीवन बीता, व्यक्ति के प्रतिस्पर्धा का नाश।

रावण आया लंका लेकर,
सीता की हुई हर तरफ तारीफ़।
राम ने लिया सागर उद्धार,
लंका यात्रा में की विजय पराकाष्ठा।

वापस आए अयोध्या के राजसदन,
विश्वास बढ़ाया सुख और सम्पन्नता।
सीता राम की अनमोल धारा,
प्यार और समर्पण की गहराई न्यारी।

सीता राम की प्रेम कथा,
सदैव बनी अद्वितीय कल्याण कथा।
प्रेम और सम्मान से भरी,
एक सरस गाथा, प्रेम की अनंत भाषा।

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