Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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यह कैसा नया साल है
यह कैसा नया साल है, यह कौनसा नया साल है ना मौसम खुशगवार है, ना छाई वासंती बहार है ना फसलें नयी आई है, संग…
कुछ नया करते
चलो कुछ नया करते हैं, लहरों के अनुकूल सभी तैरते, चलो हम लहरों के प्रतिकूल तैरते हैं , लहरों में आशियाना बनाते हैं, किसी की…
नया साल
नई उमंग होगी, नए तरंग होंगे नया सौगात होगा इस नया साल में। । गम के बिना खुशी मिले। रूदन के जगह हँसी मिले।। आप…
किरदार
खुद की भावनाओं से रिश्ता टूटता रहा, एक नया किरदार अंदर ही अंदर बनता रहा। रिश्तों से रिश्तों तक का सफर तय होता रहा, एक…
आया नया साल
आया नया साल । जीवन मेँ लायेँगे बहार, मन मेँ गायेँगे मलहार, दिल मेँ उमंग की करेँगे पुकार, आया नया साल। सपनोँ को करेँगे साकार,…
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