भोजपुरी गजल – इश्क के दिया |

भोजपुरी गजल – इश्क के दिया |
दिल मे उठत ना दरद हमके तू आपन कहले रहतू |
तरप दिल हाथ थमले ना रहती तू आपन मनले रहतू |
उठाईके नजर मगर हमरा देखलु ना कबों दिल टुटल |
भटकत ना ई दिल तोहरा खातिर अँचरा जे बंधले रहतू |
बिना तोहरे निक लागेना केहु मन पागल अब तोहसे |
शरमा जइति अफ़सरा नैना काजर तू जे लगवले रहतू |
आ जईबु जहिया बंजर दिल के परति जमीन प तू |
पतझड़ बेजान बाग मे मोहब्बत के फूल खिलवले रहतू |
सगरो मचल तबाही ई कइसन समय आ गईल बा |
धरत ना केहु कोरोना मुंह मास्क लगावे बतवले रहतू |
रही ना हरदम ई आफत समय के साथ इहों चली जाई |
बचल रहती हर नजर से दिल आपन तू बसवले रहतू |
कटी ना ई जिनगी बिना तोहरे आजा तोहसे निहोरा बा |
अंजोर होत अन्हार असियां इश्क दिया तू जरवले रहतू |

श्याम कुँवर भारती (राजभर)
कवि /लेखक / गीतकार /समाजसेवी
बोकारो झारखंड ,मोब -9955509286

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